हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट स्कैम: रिजिजू का 17 बार नाम लेकर कॉन्ट्रैक्टर का CVO पर दबाव

अरुणाचल में एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए बनने वाले दो डैम में 450 करोड़ रुपए की कथित गड़बड़ी को लेकर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू विवादों में आ गए हैं।

Update:2016-12-14 15:56 IST

नई दिल्ली: अरुणाचल में एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए बनने वाले दो डैम में 450 करोड़ रुपए की कथित गड़बड़ी को लेकर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू विवादों में आ गए हैं। अब इस प्रोजेक्ट में हुई कथित गड़बड़ी मामले में एक ऑडियो टेप सामने आया है। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री सवालों के घेरे में हैं।

दरअसल द इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि उसके पास केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के रिश्तेदार और कॉन्ट्रैक्टर गोबोई रिजिजू की नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिकल पावर कॉर्पोरेशन (नीपको) के चीफ विजिलेंस अफसर (सीवीओ) सतीश वर्मा के साथ हुई बातचीत का ऑडियो टेप है।

इस बातचीत में गोबोई ने 17 बार 'भईया' कहकर किरण रिजिजू का जिक्र किया है। उसने 17 बार पटेल इंजीनियरिंग के खाते में पैसे ट्रांसफर करवाने का दवाब डाला। गोबोई, पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड कंपनी में कॉन्ट्रैक्टर है। कंपनी पर काम पूरा करने के दौरान फर्जी बिल देकर पैसे वसूलने का आरोप है। बातचीत के दौरान गोबोई ने वर्मा से यह भी कहा कि अगर प्रमोशन में भईया की कोई भी मदद चाहिए तो हमसे बोलिए।

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बातचीत के दौरान गोबोई ने साफ कहा कि मैं किरण रिजिजू का भाई हूं। गोबोई ने किरण रिजिजू का नाम लेकर नीपको कंपनी से भुगतान करने को कहा है। गोबोई ने वर्मा पर भी दवाब डालने की कोशिश की।

किरण रिजिजू पर आरोप है कि उन्होंने गोबोई रिजिजू को जल्दी पेमेंट दिलवाने के लिए पावर मिनिस्ट्री को लेटर लिखा था। यह मामला सतीश वर्मा की 129 पेज की एक रिपोर्ट के जरिए सामने आया था। वर्मा ने अपनी रिपोर्ट के साथ इस ऑडियो क्लीप को अटैच किया है।

क्या कहा गया है रिपोर्ट में ?

इस रिपोर्ट में नीपको के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर समेत टॉप पोस्ट पर बैठे कई अफसरों को करप्शन के लिए जिम्मेदार बताया गया था। रिपोर्ट में 600 मेगावॉट के कामेंग हाइड्रो प्रोजेक्ट के दो डैम के कंस्ट्रक्शन में गड़बड़ी और करप्शन के चलते 450 करोड़ रुपए के घोटाले की बात कही गई है। रिपोर्ट में जिन लोगों के नाम हैं, उनमें गोबोई रिजिजू भी शामिल हैं। कामेंग को अरुणाचल के सबसे बड़े हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स में से एक माना जाता है। प्रोजेक्ट, अरुणाचल वेस्ट इलाके में आता है जो रिजिजू का संसदीय क्षेत्र है।

सतीश वर्मा ने जुलाई में ये रिपोर्ट सीबीआई, सीवीसी (चीफ विजिलेंस कमिश्नर) और पावर मिनिस्ट्री को भेजी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्ट्रैक्टर्स, नीपको ऑफिशियल्स और वेस्ट कामेंग डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की मदद से करोड़ों का हेर-फेर किया गया। सीबीआई ने दो बार चेकिंग की, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं किया।

किरण रिजिजू ने कहा गोबोई मेरा रिश्तेदार नहीं

हालांकि, किरण रिजिजू ने इस बात से इनकार किया कि गोबोई रिजिजू (प्रोजेक्‍ट के सब-कॉन्‍ट्रैक्‍टर) उनके रिश्तेदार हैं। उन्‍होंने कहा कि वह रिजिजू कबीले का हिस्‍सा हैं और उसी गांव से आते हैं, जहां से मैं हूं, मगर वह मेरे रिश्‍तेदार नहीं हैं।

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