कोरोना वायरस पर बोले पीएम मोदी-22 मार्च को सुबह 7 से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू
दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं। लेकिन, बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं, सब कुछ ठीक है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। भारत में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं हिंदुस्तान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 4 हो चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस ने पूरी मानव जाति को संकट में डाला है।
इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं। लेकिन, बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं, सब कुछ ठीक है।
ऐसी स्थिति में, जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है, तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है। इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए संयम अनिवार्य है।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू
इस रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है। मैं चाहता हूं कि 22 मार्च रविवार के दिन हम लोगों को धन्यवाद अर्पित करें।उस दिन बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक लोगों का आभार व्यक्त करें।
दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे
मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का, अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे। हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है। कुछ दिन में नवरात्रि का पर्व आ रहा है। ये शक्ति उपासना का पर्व है। भारत पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े, यही शुभकामना है।
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आवश्यक चीजों की कमी ना हो, इसके लिए कदम उठाए जा रहे
देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए जरूरी ऐसी आवश्यक चीजों की कमी ना हो, इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं।
आर्थिक चुनौतियों का ध्यान
कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक कोविड-19-Economic Response Task Force के गठन का फैसला लिया है। ये टास्क फोर्स, ये भी सुनिश्चित करेगी कि आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं, उन पर प्रभावी रूप से अमल हो।
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रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से बचें
संकट के इस समय में आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है। इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें।
फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के बारे में बताए
संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए। ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए, भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा।
चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे: पीएम मोदी
22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम, देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा। 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे।
संयम का तरीका है- भीड़ से बचना
संयम का तरीका है- भीड़ से बचना, घर से बाहर निकलने से बचना. आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में, ये बहुत ज्यादा आवश्यक है।
दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे
आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे। इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है, हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ रहेगा।
केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करें
आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे। इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है. पहला- संकल्प और दूसरा- संयम।
सतर्क रहना बहुत आवश्यक
वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है। इसलिए, प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।
भारत में कोरोना वायरस से अब तक 181 मामले
कोरोना वायरस के अब तक भारत में 181 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 4 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इसके अलावा 20 मरीजों का इलाज हो चुका है। वहीं 157 लोगों का अभी इलाज जारी है।
बच्चों-बुजुर्गों को घर में रहने के निर्देश
कोरोना वायरस के संकट के चलते सरकार ने 65 साल से अधिक उम्र के लोगों और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को घर में रहने का निर्देश दिया गया है। हालांकि मेडिकल स्टाफ और सरकारी कर्मचारियों को इससे छूट दी गई है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की लैंडिंग पर रोक
देश में सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की लैंडिंग पर रोक लगा दी है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की लैंडिंग पर लगाई गई यह रोक 22 मार्च से प्रभावी होगी। सरकार की ओर से लगाई गई रोक 22 मार्च से एक सप्ताह तक प्रभावी होगी।
कोरोना से 4 मौत, नोएडा में बनेगा आइसोलेशन वार्ड
कोरोना वायरस के कारण भारत में अब तक 4 मौतें हो चुकी हैं। वहीं प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। नोएडा में बंद पड़े दो प्राइवेट अस्पताल में मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएंगे। 400 बेड वाला यह आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम आज से शुरू हो जाएगा।
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