Covid-19 Variant BF-7: हवाई अड्डों पर कल सुबह से यात्रियों की रैंडम कोरोना टेस्टिंग
Covid-19 Variant BF-7: कई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये निर्णय लिया है। किसकी टेस्टिंग की जानी है, ये एयरलाइन्स तय करेंगी।
Covid BF-7 Variant: कोरोना कंट्रोल के उपायों के तहत कल सुबह 11 बजे से देश के हवाई अड्डों पर आने वाली प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान के रैंडम दो फीसदी यात्रियों की कोरोना वायरस टेस्टिंग की जाएगी। कई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये निर्णय लिया है। किसकी टेस्टिंग की जानी है, ये एयरलाइन्स तय करेंगी।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा है कि रैंडम टेस्टिंग के बाद, यदि कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो नमूने को निर्दिष्ट इंसकॉग प्रयोगशाला नेटवर्क में जीनोमिक परीक्षण के लिए भेजा जाना चाहिए। रैंडम टेस्टिंग के लिए सैंपल जमा करने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट से जाने दिया जाएगा।
टेस्ट नतीजा पॉजिटिव आने पर रिपोर्ट की एक प्रति संबंधित परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के साथ साझा की जाएगी तथा आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के साथ साझा की जाएगी।
हवाईअड्डा संचालकों और हवाई अड्डे के स्वास्थ्य कार्यालयों के कोआर्डिनेशन में नागरिक उड्डयन मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि बाहर से आने वाली हर उड़ान में कुल यात्रियों का दो प्रतिशत का हवाई अड्डे पर आगमन के बाद रैंडम टेस्ट हो।
हर उड़ान में ऐसे यात्रियों की पहचान संबंधित एयरलाइंस द्वारा की जाएगी। टेस्टिंग नमूना जमा करने के बाद, यात्रियों को हवाईअड्डा छोड़ने की अनुमति दी जाएगी। यह व्यवस्था 24 दिसंबर, 2022 शनिवार को सुबह 10:00 बजे से लागू होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कहा गया है कि सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर रियायती और समान दर पर परीक्षण किया जा सकता है।
12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आगमन के बाद रैंडम परीक्षण से छूट दी गई है। हालांकि, आगमन पर या स्व-निगरानी अवधि के दौरान यदि कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार उनका उपचार किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी यात्रियों को अपने देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के स्वीकृत प्राथमिक कार्यक्रम के अनुसार पूरी तरह से टीका लगाया जाना चाहिए।