कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सरकार ने तय किये रेट, ज्यादा वसूलने पर कार्रवाई
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविड -19 के मरीजों के इलाज के लिए रेट निर्धारित कर दिए हैं।
चंडीगढ़: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविड -19 के मरीजों के इलाज के लिए रेट निर्धारित कर दिए हैं।
जिसके बाद से सामान्य स्थिति में (बिना वेंटीलेटर के) आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन, मेडिकल सहायक, एडमिशन फीस मिलाकर 10 हजार रुपये मरीज को अदा करने होंगे। वहीं एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों के लिए ये शुल्क 9,000 रुपये तय किया गया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसकी घोषणा की। नई फीस निर्धारित करने के लिए राज्य में पूर्व पीजीआई डायरेक्टर के.के तलवार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था।
जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ये सरकार ने ये कदम उठाया है। जानकारी के मुताबिक, अगर कोई अस्पताल तय की गई फीस से ज्यादा वसूल करता है कि उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब में एनबीएच से गैर मान्यता प्राप्त अस्पतालों में हल्की बीमारी वाले मरीजों के इलाज में अधिकतम 8,000 रुपये प्रतिदिन चार्ज किए जा सकते हैं। इन कैटिगरीज में आईसीयू (बिना वेंटिलेटर के) का अधिकतम चार्ज 15,000, 14,000 और 13,000 रुपये प्रतिदिन तय किया गया है।
कोरोना वायरस से मौत होने पर मरीज के शव को ट्रैक्टर चलाकर श्मशान ले गया डॉक्टर
पंजाब में एक दिन पहले आए थे 288 मामले
बता दें कि पंजाब में कोरोना वायरस तेजी से पाँव प्रसार रहा है। 288 नये केस सामने आने और संक्रमण से आठ और लोगों की मौत होने से साथ प्रदेश में महामारी से मरने वालों और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 8,799 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि संक्रमण के कारण जालंधर एवं अमृतसर में तीन-तीन लोगों की जबकि लुधियाना एवं पठानकोट में एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
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कोरोना से मौत होने पर मरीज के शव को ट्रैक्टर चलाकर श्मशान घाट ले गया डॉक्टर
कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में डर किस कदर व्याप्त है। इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि मृतकों को श्मशान घाट तक ले जाने से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घबराने लगे हैं। ताजा मामला तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले का है।
जहां कोरोना वायरस के मरीज की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों में व्याप्त भय को देखते हुए एक डॉक्टर स्वयं ही ट्रैक्टर चलाकर शव को श्मशान घाट तक लेकर गया।
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