मुंबई के धारावी ने कोरोना को हराया, WHO ने की तारीफ, जानिए कैसे मिली ये सफलता

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गीबस्ती धरावी को लेकर अप्रैल और मई महीने में कहा जा रहा था कि यहा महामारी विस्फोट होगा। धारावी में जिस तेजी से कोरोना केस फैलने लगे थे उसने राज्य के साथ केंद्र सरकार की भी चिंता थी। केंद्र सरकार ने यहां विशेषज्ञों की टीम भेजी थी।

Update: 2020-07-11 03:26 GMT

मुंबई: कोरोना वायरस महाराष्ट्र और मुंबई में अभी भी बेकाबू है लेकिन खुशी की बात ये है कि एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में संक्रमण अब नियंत्रण में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इसकी तारीफ की है। डब्ल्यूएचओ ने धारावी का उदाहरण देते हुए कहा है कि राष्ट्रीय और वैश्विक एकजुटता के साथ आक्रामक कार्रवाई से महामारी को रोका जा सकता है और धारावी को एक सक्सेस मॉडल के तौर पर स्वीकार किया है।

 

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महामारी विस्फोट से बचा धारावी

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गीबस्ती धरावी को लेकर अप्रैल और मई महीने में कहा जा रहा था कि यहा महामारी विस्फोट होगा। धारावी में जिस तेजी से कोरोना केस फैलने लगे थे उसने राज्य के साथ केंद्र सरकार की भी चिंता थी। केंद्र सरकार ने यहां विशेषज्ञों की टीम भेजी थी। सघन आबादी में संदिग्ध मरीजों के आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होने की वजह से संस्थागत आइसोलेशन की व्यवस्था की गई। सामूहिक शौचालय की समस्या को दूर किया गया। टेस्टिंग बढ़ाई गई और अब नतीजा सामने है। धारावी में नए केसों की संख्या अब सिंगल डिजिट तक आ गई है। गुरुवार को यहां 9 केस मिले और इससे कुल संक्रमितों की संख्या 2,347 तक पहुंची है।

धरावी में घनी बस्ती की वजह यहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे। क्योंकि सबसे बड़ी वजह वहां कारीब 2.5 लाख लोग प्रति स्क्वायर किलोमीटर के दायरे में धरावी में रहते हैं यानि ढाई स्क्वायर किलोमीटर के भीतर करीब 7 से 8 लाख लोगों की आबादी है। यहां रहने वाले लोगों में अधिकतर संख्या मजदूरों की है।

इस तरह हुए हालात काबू

धरावी की विधायक और राज्य में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के मुताबिक उनकी विधानसभा धरावी में इस संक्रमण को रोकना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी आज जिस तरीके से संक्रमण धरावी में रुका है वह पूरे देश के लिए एक मिसाल है और पूरे देशभर में इस तरीके से धरावी पैटर्न को लागू करना चाहिए. धरावी में संक्रमण रोकने के लिए बीएमसी ने 4टी फार्मूला लागू किया।4T यानी ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग. इस 4 T पर फार्मूले के तहत धरावी में आज केसेस की संख्या कम हो गई है, हर दिन धरावी में कोरोना के मामले सिंगल डिजिट पर आ गए है।

 

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मुंबई में नहीं है अभ सुधार

धरावी में अब तक 2338 कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या है, धरावी की इस घनी बस्ती में 5000 जीएसटी रजिस्टर्ड उद्योग हैं, जबकि बीएमसी के लाइसेंस पर 15000 सिंगल रूम में छोटी-छोटी फैक्ट्री या कारखाने हैं। धरावी अब कोरोना के संक्रमण से करीब-करीब मुक्त हो चुका है तो इसका पूरा श्रेय वहां की बीएमसी की लोकल टीम तमाम स्वयंसेवी संगठनों को जाता है, जिन्होंने दिन रात मेहनत करके धरावी के संक्रमण को कम किया है।

मुंबई में 90 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 5 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पूरे देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या करीब 8 लाख हो चुकी है और 21 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। देश में अब कुल एक्टिव केस 2 लाख 76 हजार हैं जबकि 4 लाख 95 हजार लोग ठीक हो चुके हैं।

 

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