घूस के घेरे में केजरीवाल, दांव पर साख, समर्थन और विरोध में ट्विटर पर छिड़ी जंग
अन्ना हजारे ने कहा कि केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोपों से मुझे दुख पहुंचा है। इसी लड़ाई के चलते ही वह दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं। दूसरी तरफ, कभी अन्ना और केजरीवाल की सहयोगी रहीं पुडुचेरी की मौजूदा उप राज्यपाल किरण बेदी ने कपिल के आरोपों की जांच कराने की मांग की है।
नई दिल्ली: पार्टी सहयोगी कुमार विश्वास और पूर्व सहयोगी योगेंद्र यादव के बचाव के बावजूद अरविंद केजरीवाल की साख संकट में है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले अन्ना हजारे ने अपने तत्कालीन सहयोगी केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों पर दुख जताया है।
आरोपों में केजरीवाल
अन्ना हजारे ने मीडिया से कहा कि केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोपों की बात से मुझे दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के चलते ही वह दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं।
दूसरी तरफ, कभी अन्ना और केजरीवाल की सहयोगी रहीं पुडुचेरी की मौजूदा उप राज्यपाल किरण बेदी ने कपिल मिश्रा के आरोपों की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है।
अकेले पड़े कपिल
हालांकि, केजरीवाल पर रिश्वत लेने का आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा अब अकेले पड़ गये हैं। पार्टी नेता कुमार विश्वास ने कपिल के आरोपों को खारिज कर दिया है, तो पूर्व पार्टी नेता और अब केजरीवाल के विरोधी योगेंद्र यादव ने भी कपिल के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
योगेंद्र यादव ने कहा है कि केजरीवाल कभी रिश्वत नहीं ले सकते। उन्होंने पूछा है कि कपिल मिश्रा अब तक खामोश क्यों थे।
कुमार विश्वास ने कहा कि घूस के आरोप बेबुनियाद हैं और मुझे इससे निजी तौर पर चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के रिश्वत लेने की बात उनका दुश्मन भी नहीं सोच सकता। यही बात पार्टी नेता संजय सिंह ने भी कही है।
लड़ेंगे पूर्व मंत्री
लेकिन इन नेताओं के रुख के बाद कपिल मिश्रा ने अकेले ही इस लड़ाई को जारी रखने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने 'एकला चलो रे' का ट्वीट किया है।
कपिल मिश्रा ने शनिवार को दिल्ली सरकार में मंत्री पद से हटाये जाने के बाद रविवार सुबह केजरीवाल पर घूस लेने के आरोप लगाये थे।
कपिल मिश्रा ने अपने आरोप में कहा है कि केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये रिश्वत ली है, जिसके वह चश्मदीद हैं।
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