Cyclone Remal : पश्चिम बंगाल में रेमल का कहर, तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, 1 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया

Cyclone Remal : भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' तेज हो गया है और इसके बांग्लादेश और इससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों के बीच टकराने की आशंका है। राज्य के संवेदनशील इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2024-05-26 16:55 GMT

Cyclone Remal : भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' तेज हो गया है। राज्य के संवेदनशील इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बंगाल के तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भारी बारिश और तेज़ हवाएँ शुरू हो गई हैं। आईएमडी के अनुसार, गंभीर चक्रवाती तूफान (एससीएस) "रेमल" सागर द्वीप समूह (पश्चिम बंगाल) से लगभग 110 किमी पूर्व में बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर है, जो लगभग उत्तर की ओर बढ़ेगा और बांग्लादेश और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल को पार करेगा।

चक्रवात की हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटे है, जो आगे 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। चक्रवात के पश्चिम बंगाल में सागर द्वीप समूह और बांग्लादेश में मोंगला बंदरगाह के पास खेपुपारा के बीच जमीन से टकराने की संभावना है। पश्चिम बंगाल सरकार ने तटीय और संवेदनशील क्षेत्रों से लगभग 1.10 लाख लोगों को निकाल कर उन्हें चक्रवात आश्रयों, स्कूलों और कॉलेजों में भेज दिया है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान से निपटने और तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने कहा है कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और राज्य तथा केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं।

खास बातें

- चक्रवात 'रेमल' के कारण कोलकाता और दक्षिण बंगाल के अन्य हिस्सों में हवाई, रेल और सड़क परिवहन में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कुछ ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

- कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में 394 उड़ानें प्रभावित हुईं हैं।

- कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने भी चक्रवात के पूर्वानुमान में कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग कार्यों को 12 घंटे के लिए निलंबित कर दिया है।

- भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने समुद्र में जान-माल का कोई नुकसान न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं। हल्दिया और पारादीप में रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन वीएचएफ प्रसारण के माध्यम से मछली पकड़ने वाले जहाजों और व्यापारी जहाजों को सचेत कर रहे हैं।


- नौ आपदा राहत टीमें पश्चिम बंगाल के हल्दिया, फ्रेजरगंज और ओडिशा के पारादीप और गोपालपुर में आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

- भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत और चिकित्सा आपूर्ति से लैस दो जहाजों को तैयार किया है। सी किंग और चेतक हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर विमानों सहित भारतीय नौसेना की विमानन संपत्तियां त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं। 

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