तट से टकराने के बाद चक्रवात ‘रेमल’ तूफान में बदला, तूफानी हवाओं व मूसलाधार बारिश जारी, शहरों में घूसा पानी, जनजीवन प्रभावित
Cyclone Remal: मौसम विभाग (IMD) की ताजा जानकारी के मुताबितक, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान 'रेमल' पिछले 06 घंटों के दौरान 13 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा।
Cyclone Remal: बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवात तूफान रेमल आखिरकार सोमवार देर रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा गया। इसके टकराते ही तूफान से प्रभावित वाले इलाकों खासकार पश्चिम बंगाल मे रात से ही तेज हवाओं के साथ भीषण बारिश हुई। शहर में कई जगहों पर तेज हवाओं की वजह से पेड़ उखड़ गए। रेमल जैसे ही पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपाड़ा के बीच समुद्र तट पर लैंडफॉल किया, उस समय हवाएं 135 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली और भीषण बारिश हुई है। रात समय हुई बारिश से पश्चिम बंगाल मे लोगों के घरों और खेतों में पानी भर गया है। सोमवार सुबह के समय रेमल तूफान कमजोर पड़ा है, लेकिन हवाएं और बारिश का दौर अभी राज्य में जारी है। चक्रवाती तूफान से और हुई आर्थिक नुकसान से निपटने के लिए केंद्र औऱ राज्य सरकारें लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
देर रात तटीय इलाकों से टकराया रेमल, उठी ऊंची लहरें
चक्रवात रेमल तूफान पर मौसम विभाग (IMD) की ताजा जानकारी के मुताबितक, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान 'रेमल' पिछले 06 घंटों के दौरान 13 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा। पश्चिम बंगाल में मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के करीब सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों को पार कर गया। इस गंभीर चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की गति 110 से 120 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई है। यह तूफान सोमवार देर रात 01:30 बजे प्रभावित तटीय इलाकों से टकराया। इसके टकराने के दौरान समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठीं। इस वजह से बंगाल और उत्तरी ओडिशा के कई जिलों, असम और मेघालय में भारी बारिश की हुई।
कमजोर पड़ा तूफान, इन इलाकों में भीषण बारिश के अनुमान
हालांकि तूफान आज भले ही कमजोर पड़ गया हो, लेकिन मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भारी बारिश का दौर भी जारी रहेगा। इन इलाकों में आज 27 मई और कल 28 मई को भी बहुत भारी बारिश का अनुमान है। हालांकि रेमल 27 मई 2024 की सुबह तक धीरे-धीरे कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।
बीच शहरों में घूसा पानी, तेज हवाओं ने उखाड़े पेड़, बिजली के खंभे
मिली जानकारी के मुताबिक, आए भीषण चक्रवात तूफान से राज्य में देर रात से जारी भीषण बारिश कोलकाता के पॉश इलाके अलीपुर में जबरदस्त जलभराव हो गया है। अधिकांश शहरों में जलभराव की स्थिति बनी गई है। कोलकाता में भी पानी घूस गया है। इतना ही नहीं, शहरों के बीचो बीच अब पानी आ गया है। राज्य में सबसे बुरे हाल दक्षिण 24 परगना के तटीय क्षेत्र दीघा, सुंदरबन और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र के हुए हैं। 135 किलोमीटर की जारी तेज हवाओं ने फूस के घरों की छतें उड़ दी हैं। बिजली के खंभे और पेड़ उखड़कर टूट गए हैं। दक्षिण कोलकाता के उपायुक्त प्रियब्रत रॉय ने बताया कि कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ने की सूचना मिली है। प्रभावित इलाकों में कोलकाता नगर पालिका की टीम, कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी से जारी है। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान पर पुलिस का विशेष एकीकृत नियंत्रण कक्ष रात भर हालात की निगरानी कर रहा है।
ममता की अपील घरों में रहें, शाह ने अधिकारियों संग की बैठक
चक्रवात रेमल के कहर को देखते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा कि आप सभी घर रहें और सुरक्षित रहें। हम आज और हमेशा आपके लिए मौजूद हैं। तूफान भी गुजर जाएगा। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों से बात की। एनडीआरएफ की पर्याप्त तैनाती की गई है। लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है। राहत दल युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। मोदी सरकार आपदाओं में न्यूनतम हताहत होने के लिए प्रतिबद्ध है।