Maharashtra: सरकारी अस्पताल में 36 घंटे में 31 मौतों पर घिरी शिंदे सरकार,राहुल, प्रियंका और शरद पवार ने बोला हमला, उद्धव गुट ने बताया मर्डर
Maharashtra News: विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति बनाए रखने में विफल साबित हुई है और इस कारण मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के नांदेड़ में सरकारी अस्पताल में 36 घंटे में 31 मरीजों की मौत पर सियासत गरमा गई है। एनसीपी के मुखिया शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इन मौतों को लेकर राज्य की शिंदे सरकार पर बड़ा हमला बोला है। विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति बनाए रखने में विफल साबित हुई है और इस कारण मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
एनसीपी मुखिया शरद पवार ने कहा कि सरकारी अस्पताल में 36 घंटे में 31 मरीजों की मौत से सरकार की विफलताएं उजागर हो गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की करीबी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने तो इन मौतों को शर्मनाक बताते हुए मर्डर तक की संज्ञा दे डाली है। विपक्षी नेताओं ने मांग की है कि सरकारी अस्पतालों में मौतों को रोकने के लिए सरकार की ओर से अविलंब कदम उठाया जाना चाहिए।
सरकारी अस्पताल में 36 घंटे में 31 मौतें
दरअसल महाराष्ट्र के नांदेड़ में डॉक्टर शंकर राव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शनिवार और रविवार के बीच 36 घंटे में 31 मरीजों की मौत हुई। मृतकों में 12 नवजात भी शामिल हैं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ एस आर वाकोडे ने इन मौतों की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न बीमारियों के कारण ये मौतें हुई हैं।
अस्पताल का यह भी कहना है कि कई मरीजों को काफी गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था और इस कारण उनकी मौत हो गई। दूसरी और दवाओं की कमी को भी मौत का बड़ा कारण बताया जा रहा है और अब इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं।
सरकार की विफलता का पर्दाफाश
एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने इस बाबत पोस्ट में टिप्पणी करते हुए लिखा कि 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत की घटना हैरान करने वाली है। मरने वालों में दर्जन भर नवजात भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ठाणे के कलवा अस्पताल में भी ऐसी ही एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी और अब घटना को गंभीरता से न लेने के कारण ही नांदेड़ में 24 लोगों की मौत हो गई। इस घटना ने सरकार की विफलता का पर्दाफाश कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मरीजों की जान की फिक्र करनी चाहिए और इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए।
भाजपा के लिए गरीबों की जिंदगी की कीमत नहीं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी 24 घंटे में 12 नवजातों समेत 24 मरीजों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार हजारों करोड़ों रुपए अपने विज्ञापन पर खर्च कर देती है मगर सरकार के पास बच्चों की दवाई के लिए पैसा नहीं है। सच्चाई तो यह है कि भाजपा के लिए गरीबों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना जताई है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए कहा कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग की है।
उद्धव ठाकरे गुट ने बताया मर्डर
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इन मौतों को लेकर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस घटना को मौत नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की असंवैधानिक सरकार की ओर से की गई लापरवाही के कारण इन घटनाओं को हत्या की संज्ञा दी जानी चाहिए।
सच्चाई तो यह है कि राज्य सरकार विभिन्न कार्यक्रमों और विदेश यात्राओं की प्लानिंग में व्यस्त है और उसके पास राज्य के लोगों के संबंध में सोचने का वक्त नहीं है। राज्य सरकार यह बात पूरी तरह भूल चुकी है कि उसका मूल काम राज्य के लोगों की सेवा करना है। इन मौतों को लेकर विपक्ष के तीखे तेवर से राज्य की शिंदे सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।