नईदिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर में रिश्वत लिए जाने के मामले को लेकर राज्यसभा में चर्चा हुई। बीजेपी की ओर से सुब्रमण्यम स्वामी ने मोर्चा संभाला तो कांग्रेस की ओर से बचाव में अभिषेक मनु सिंधवी, आनंद शर्मा और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटोनी सामने आए।
पार्रिकर ने कहा-देश जानना चाहता है अगस्ता में रिश्वत किसने ली ?
अगस्टा वेस्टलैंड डील मुद्दे पर सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि मार्च 2005 के बाद से एक ही कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सौदे की शर्त बदली गई। साल 2012 में डील पर सवाल उठे और 2014 में सरकार ने कदम उठाना शुरू किया।
पार्रिकर ने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'वो वकील अच्छे हैं लेकिन उनके पास जानकारी का अभाव है। बिना पुख्ता जानकारी के एक वकील केस नहीं जीत सकता।'
रक्षामंत्री ने कहा कि सारे तथ्य कैग रिपोर्ट पर आधारित हैं। यह सही है कि मार्च 2003 में पीएमओ ने बदलाव किया क्योंकि सिर्फ एक ही कंपनी रेस में हो गई थी। सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। इससे किसका फायदा हुआ यह पता लगाया जाना चाहिए और सरकार यह करेगी। यूपीए-1 ने केबिन हाइट की शर्तें बदलीं। इस समय सौदे पर 11 से केवल 6 कंपनी रह गईं। फिर शर्तों में एक बार और बदलाव हुआ और अगस्ता ही अकेली कंपनी रह गई।
बाहर फील्ड ट्रायल के मुद्दे पर पर्रिकर ने कहा कि यह सही है कि दूसरे हेलीकॉप्टर पर ट्रायल हुआ क्योंकि सप्लाई किए जाने वाले हेलीकॉप्टर का ही ट्रायल होना चाहिए था। भारत में ट्रायल होना चाहिए था... यह एक शर्त थी। यह वीआईपी के लिए जरूरी था।
पर्रिकर ने एक फाइल से पढ़कर कहा कि श्रीनगर में हेलीकॉप्टर के ट्रायल में दिक्कत आई। यह फाइल उस आग से बच गई जो 3 जून 2014 को लगी थी। पर्रिकर ने यूपीए सरकार द्वारा कंपनी को कई और शर्तों में दी गई ढील के बारे में भी बताया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मामले का बदले की भावना से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप तथ्यों पर आधारित हैं। इसमें किसने नियमों में छूट दी?
यूपीए ने अगस्ता के लिए नियम बदले। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर की उड़ान कम थी। वो 4500 फीट से ऊंचा नहीं उड़ सकता था। उड़ान किसने कम की? साल 2006 में उड़ान की ऊंचाई कम की गई। एनडीए ने हेलीकॉप्टर खरीद की प्रक्रिया शुरू की थी। एनडीए के लोगों ने उड़ान कम नहीं की।
स्वामी ने पूछा-किसने बदली खरीद की शर्त
सरकार करेगी कार्रवाई
6 गुना ज्यादा दाम पर हुई डील
क्या कहा मायावती ने ?
भूपेंद्र यादव ने कहा-यह गंभीर विषय
बचाव में क्या बोले सिंघवी
उन्होंने कहा-
रामगोपाल यादव बोले-तिल का ताड़ करने की जरूरत नहीं