खुफिया जानकारी लीक! सेना पर हनी ट्रैप, पाकिस्तानी मैडम की जाल में फंसा जवान

गुरुग्राम एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने एक सैन्य कर्मचारी को पाकिस्तान को खूफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रेवाड़ी का यह सैन्य कर्मचारी मिलिट्री इंजीनियरिंग विंग जयपुर में तैनात है।

Update:2020-09-18 12:14 IST
गुरुग्राम एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने एक सैन्य कर्मचारी को पाकिस्तान को खूफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली: गुरुग्राम एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने एक सैन्य कर्मचारी को पाकिस्तान को खूफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रेवाड़ी का यह सैन्य कर्मचारी मिलिट्री इंजीनियरिंग विंग जयपुर में तैनात है।

पुलिस ने बताया कि जवान को हनीट्रैप में फंसाकर वॉट्सऐप व फेसबुक के जरिए खुफिया जानकारी ली जा रही थी। मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि जिला रेवाड़ी का रहने वाला महेश कुमार जयपुर में मिलिट्री इंजीनियरिंग विंग में कार्यरत है। जवान का संबंध पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) से मिला है। इसके के जरिए उसे हनीट्रैप में फंसाया गया।

मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ गुड़गांव की स्पेशल टीम के निरीक्षक आनंद कुमार ने महेश कुमार को गिरफ्तार किया। उसको धारूहेड़ा बस स्टैंड से पकड़ा गया है। वह छुट्टी पर अपने आया हुआ था। वह देर शाम जयपुर जाने के लिए धारूहेड़ा पहुंचा था।

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उन्होंने बताया कि इस संबंध में थाना धारूहेड़ा में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। धारूहेड़ा व सीआईए धारूहेड़ा पुलिस ने कार्रवाई में जुट गई है। टेक्निकल सहायता और सूत्रों के हवाले से पूछताछ करके उससे जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।

इन नामों से भेजी गई थी फ्रेंड रिक्वेस्ट

एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि महेश को पीआईओ ने 2018 में हरलीन गिल व हरमन कौर नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। हालांकि कुछ दिनों बाद ही हरलीन का अकाउंट बंद हो गया। इसके बाद हरमन कौर के नाम से 2019 में उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई। महेश उसे (मैडम जी) कहकर बुलाता था।

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जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच वीडियो और ऑडियो चैटिंग भी होती थी। महेश को हरलीन ने झूठ बोला और बताया कि वह प्रिंसिपल कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट के जालंधर स्थित कार्यालय में तैनात है। उसे 2 बार ऑपरेटिव से पैसे भी मिले हैं।

जांल में फंसकर दे दी खुफिया जानकारी

अब जांच में पता चला है कि महेश ने जयपुर की आर्मी ब्रिगेड और वहां तैनात कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के बारे में बारे में जानकारी दे डाली थी। एसटीएफ ने लखनऊ स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के आधार पर महेश को गिरफ्तार कर लिया है।

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लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस को जून में सूचना मिली थी कि महेश के मोबाइल नंबर से पाकिस्तान सेना के लिए काम करने वाली लड़की को जानकारियां दी जा रही हैं। उसके बाद पुख्ता तौर पर सबूत मिलने के बाद महेश को गिरफ्तार कर लिया गया। वह पिछले 2 साल से पाकिस्तानी ऑपरेटिव से संपर्क में था। आरोपी से पुछताछ की जारी रही है। उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है।

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