Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही ठप, LG आवास से लौटे केजरीवाल, बिना विधायकों के मिलने से किया इनकार

Delhi Assembly Session: आप विधायक उपराज्यपाल आवास तक पैदल मार्च कर रहे हैं। इस मार्च में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं।

Report :  Jugul Kishor
Update:2023-01-16 13:06 IST

एलजी आवास की ओर कूच करते सीएम अरविंद केजरीवाल व आप विधायक (Pic: Social Media)

Delhi Assembly Session: दिल्ली विधान सभा की शुरुआत आज 16 जनवरी 2023 को हंगामें के साथ हुई है। विधानसभा के अंदर जैसे ही कार्रवाई शुरु हुई, उसके तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायक और आम आदमी पार्टी के विधायक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सदन में भारी हंगामा देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया है। दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली के टीचरों को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजने से रोकने पर दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर की। बता दें कि दिल्ली विधानसभा की बैठक अस्थायी रूप से 16, 17 और 18 जनवरी के लिए निर्धारित की गई है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी के सभी विधायक विधानसभा से बाहर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मान रहे और चुनी हुई सरकार के कामकाज में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी हम एलजी साहब के पास जा रहे हैं। मेरी अपील है कि वो संविधान को माने। मैं उन्हें कहूंगा कि वो एक सलाहकार रखें।

केजरीवाल ने बिना विधायकों के मिलने से किया इनकार 

दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री और आप विधायकों को उप राज्यपाल सचिवालय से करीब एक किलोमीटर पहले बैरीकेट लगा कर रोक दिया गया है। एलजी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री को मिलने के लिए बुलाया है। लेकिन, अरविंद केजरीवाल विधायकों के साथ उपराज्यपाल से मुलाकात करना चाह रहे। केजरीवाल ने बिना विधायकों के मिलने से इनकार कर दिया। केजरीवाल एलजी आवास से वापस आ गए हैं।  

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो दिल्ली सरकार के काम में एलजी द्वारा हस्तक्षेप किए जाने जाने के विरोध में मार्च कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट का आर्डर लेकर आया हूं। सुप्रीम कोर्ट ने 4 जुलाई 2018 को बोला था कि एलजी को कोई भी स्वतंत्र निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने दो बार लिखा क्योंकि पता था कि एक बार में एलजी नहीं मानेंगे। आज दिल्ली के मुख्यमंत्री और विधायकों को एलजी हाउस सिर्फ इस चीज के लिए जाना पड़ रहा है, क्योंकि वह शिक्षकों को फिनलैंड जाने की मांग कर रहे हैं। ये कोई बड़ी मांग नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि एलजी साहब को गलती का अहसास होगा। एलजी साहब ने दिल्ली में योगा क्लास रोक दी, इससे उन्हें क्या फायदा। 

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