Delhi Politics: केजरीवाल की पत्नी का नया अवतार,आप विधायकों संग सुनीता ने किया मंथन, अटकलें हुईं तेज
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Delhi Politics: दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही सियासी माहौल गरमाया हुआ है। केजरीवाल को 15 अप्रैल तक तिहाड़ जेल भेजा जा चुका है और आप की ओर से अब पार्टी के अन्य नेताओं की गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है। ऐसे माहौल में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल फुल एक्शन में नजर आ रही हैं। अभी तक दिल्ली और आम आदमी पार्टी की सियासत से दूर रहने वाली सुनीता केजरीवाल का यह नया अवतार माना जा रहा है।
यह भी गौरतलब है कि पार्टी के कई नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने की स्थिति में सुनीता केजरीवाल मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल सकती हैं। मंगलवार को सुनीता केजरीवाल ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की और दिल्ली के ताजा सियासी हालात पर चर्चा की। वैसे इस बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए और जेल से ही सरकार चलानी चाहिए। दूसरी ओर भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि आप में दिल्ली की सत्ता को लेकर आंतरिक संघर्ष शुरू हो गया है।
सियासी मैदान में सुनीता की खुलकर बैटिंग
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए हाल में विपक्षी नेताओं का दिल्ली के रामलीला मैदान में जमावड़ा लगा था। इंडिया गठबंधन में शामिल विभिन्न दलों के नेताओं ने इस रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा हमला बोला था। इस रैली के दौरान सुनीता केजरीवाल ने भी तीखा तेवर दिखाया था। उनका कहना था कि मोदी जी को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि वे सभी के चहेते केजरीवाल को ज्यादा दिनों तक जेल में नहीं रख पाएंगे। उन्होंने कहा कि आपके केजरीवाल शेर हैं और देश के करोड़ों लोगों के दिलों में बसते हैं।
हालांकि इस रैली के पूर्व ही सुनीता केजरीवाल ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी और वीडियो संदेश के जरिए अपनी और केजरीवाल की बात लोगों के बीच रखी थी। अब वे सियासी मैदान में खुलकर बैटिंग करती हुई नजर आ रही हैं।
दिल्ली में आप की रणनीति पर मंथन
उनकी सियासी सक्रियता का नया अंदाज मंगलवार को दिखा जब उन्होंने आप के प्रमुख नेताओं और विधायकों के साथ दिल्ली में आप की रणनीति को लेकर गहराई से मंथन किया। दिल्ली में आप का बड़ा चेहरा माने जाने वाले कई नेता सियासी चर्चा के लिए सुनीता केजरीवाल के यहां पहुंचे।
इन नेताओं में आतिशी, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत गोपाल राय, दुर्गेश पाठक, प्रहलाद साहनी, बीएस जून, राजेश गुप्ता, राजकुमार आनंद, दिलीप पांडेय, प्रमिला टोकस, राजकुमारी ढिल्लो और इमरान हुसैन सरीखे आप नेता शामिल थे। दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास बड़ा बहुमत है और ऐसे में सरकार के लिए कोई खतरा नहीं माना जा रहा है। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप के 62 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास आठ विधायकों की ताकत है।
55 विधायकों ने की सुनीता से मुलाकात
जानकार सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के 55 विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की है। अरविंद केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में बंद है जबकि चार विधायक दिल्ली से बाहर बताए जा रहे हैं। ऐसे में आप विधायक अभी भी पूरी तरह एकजुट बने हुए हैं।
सूत्रों का कहना है कि आप विधायकों से मुलाकात के दौरान सुनीता केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की दो करोड़ जनता का समर्थन पूरी तरह केजरीवाल के साथ है। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। उन्हें तिहाड़ जेल से ही दिल्ली की सरकार चलानी चाहिए।
पार्टी पर पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश
विधायकों के साथ सुनीता केजरीवाल की मुलाकात के बाद दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वे पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री तक संदेश ले जा सकती हैं और उनका संदेश ला सकती हैं। भारद्वाज ने कहा कि हमने सुनीता केजरीवाल से कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री तक यह संदेश पहुंचाना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल हमारे मुख्यमंत्री थे, हैं और आगे भी बने रहेंगे। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब आप नेताओं की ओर से आतिशी और सौरभ भारद्वाज समेत कई और नेताओं की गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है।
वैसे यह भी कहा जा रहा है कि सुनीता केजरीवाल पार्टी विधायकों के साथ बैठक करके पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने की कोशिश में जुट गई है। यदि केजरीवाल के इस्तीफा देने की स्थिति पैदा हो गई तो ऐसी स्थिति में वे दिल्ली सरकार की कमान संभाल सकती हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा है कि वे जेल से सरकार नहीं चलने देंगे।
भाजपा ने साधा निशान
इस बीच भाजपा ने आप विधायकों के साथ सुनीता केजरीवाल की मुलाकात पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि केजरीवाल में तनिक भी संवैधानिक नैतिकता नहीं बची है। उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से इतना ज्यादा मोह है कि वे जेल की सलाखों के पीछे से सरकार चलाना चाहते हैं।
इस बीच दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के शराब घोटाले में शामिल हैं।जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है,वैसे-वैसे कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। कोर्ट में काल केजरीवाल ने खुद आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम एक्सपोज किया है। सच्चाई तो यह है कि आप के भीतर सत्ता के लिए आंतरिक संघर्ष की शुरुआत हो चुकी है। यही कारण है कि आप में कोई किसी पर भरोसा नहीं कर रहा है।