ट्रैक्टर परेड हिंसा: लापता किसानों का पोस्टर लगाने पर दिल्ली पुलिस के जवान को पीटा
पुलिसकर्मी को जख्मी हालत में इलाज के लिए पास के अस्पताल में एडमिट कराया गया है। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
गाजियाबाद: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो मंहीने से भी ज्यादा समय से किसानों का आंदोलन जारी है।
तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगों को पूरी नहीं कर देती है तब तक उनका आंदोलन चलता रहेगा।
इसी बीच हरियाणा और दिल्ली के बीच टीकरी बॉर्डर पर आंदोलनकारियों ने एक हवलदार पर हमला कर दिया। घटना के वक्त पुलिसकर्मी लापता किसानों का पोस्टर लगाने के लिए बॉर्डर पर पहुंचे थे।
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26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर परेड के बाद से कई किसान लापता
जो कथित तौर पर 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से लापता हैं। पुलिसकर्मी को अपनी ओर आता देख आंदोलनकारी किसान मोर्चा के मंच के पास आ गए थे।
पुलिसकर्मी को जख्मी हालत में इलाज के लिए पास के अस्पताल में एडमिट कराया गया है। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जांच जारी है। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त पुलिकर्मी अपनी ड्रेस में नहीं थे बल्कि उन्होंने सादे कपड़े पहने हुए थे।
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हल चलाने वाला अब हाथ नहीं जोड़ेगा: टिकैत
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं। हल चलाने वाला अब हाथ नहीं जोड़ेगा। कृषि बिलों की वापसी तक किसान अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि हम इस सरकार को उखाड़ने का काम करेंगे। जब तक कानून रद्द नहीं होंगे, तब तक किसान घर वापस नहीं जाएंगे, चाहे कितने भी साल लग जाएं।
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