Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव पहले ‘AAP’ को भाजपा ने दिया बड़ा झटका, पांच पार्षदों ने बदला पाला

Delhi Elections 2025: रविवार को दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में आप का साथ छोड़कर आए पांच पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता एवं सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की।

Report :  Viren Singh
Update:2024-08-25 16:38 IST

Delhi Elections 2025 (सोशल मीडिया) 

Delhi Elections 2025: राजधानी दिल्ली में फिर से चुनाव की दहलीज पर खड़ा है। साल 2025 की शुरुआत में दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। साल 2015 से दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार है। भाजपा इस बार AAP के अजेय किला में सेंध लगाने की कोशिश के फिराक है, जिसकी तैयारियां उसने अभी से करनी शुरू कर दी है। विधानभा चुनाव से पहले भाजपा ने आप पार्टी में तगड़ी सेंध मारी की है। भाजपा ने आप के पांच पार्षदों को अपने पाले में खीच लिया है, जोकि आप के लिए चुनाव से पहले बड़ा झटका है।

इन पार्षदों का भाजपा में 
स्वागत

रविवार को दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में आप का साथ छोड़कर आए पांच पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता एवं सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की। भाजपा नेताओं ने सभी सभासदों को पार्टी का पटका पहनाकर स्वागत किया। आप से वार्ड 178 से सुगंधा बिधूड़ी, वार्ड 28 से राम चन्द्र, वार्ड 30 से पवन सहरावत, वार्ड 180 से मंजू निर्मल और वार्ड 177 से ममता पवन पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं।

आप का आया पटलवार

पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी प्रवक्ताओं का आरोप है कि इन पार्षदों पर बीजेपी की ओर से दबाव डाला गया था और उन्हें धमकाकर पार्टी बदलने के लिए मजबूर किया गया। AAP ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ एक साजिश करार दिया है और कहा है कि बीजेपी इस तरह के हथकंडों से दिल्ली के मतदाताओं को भ्रमित नहीं कर पाएगी।

बीजेपी को होगा फायदा!

इस घटनाक्रम पर दिल्ली के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पांच पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से भाजपा को स्थानीय स्तर पर फायदा हो सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां ये पार्षद प्रभावशाली रहे हैं। AAP के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, जहां उसे न केवल चुनाव की तैयारियों में जुटना है, बल्कि अपनी पार्टी के भीतर असंतोष को भी दूर करना होगा।

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