Swati Maliwal Case: दिल्ली पुलिस ने CM केजरीवाल के PA विभव कुमार को किया गिरफ्तार
Swati Maliwal Case: दिल्ली पुलिस की एक टीम शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची।
Swati Maliwal Case: स्वाति मालीवाल से मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए अब सीएम केजरीवाल के पीए विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की एक टीम शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। टीम में एडिशनल DCP और ACP भी थे। स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में आरोपी सीएम केजरीवाल के PA विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि शुक्रवार को भी दिल्ली पुलिस मालीवाल को लेकर सीएम हाउस पहुंची थी और घटना का सीन सीक्रिएट किया। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने सीएम हाउस से 8 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी इकट्ठे किए थे।
विभव को सिविल लाइंस थाने लेकर गई पुलिस
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस आज दोपहर करीब पौने 12 बजे सीएम आवास पहुंची थी। पुलिस की टीम में एडिशनल डीसीपी और एसीपी समेत कई अधिकारी मौजूद थे। पुलिस ने स्वाति मालीवाल से मारपीट करने के आरोप में पूछताछ के लिए विभव कुमार को हिरासत में लिया। पुलिस विभव को सिविल लाइंस थाने लेकर गई है।
सामने आई स्वाति की मेडिकल रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार, इस बीच आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट में स्वाति की आंख, चेहरे और पैर में चोट की पुष्टि हुई है। दिल्ली एम्स के ट्रॉमा सेंटर में उनका मेडिकल हुआ था।
आप ने लगाए बीजेपी पर आरोप
वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता अतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके स्वाति मालीवाल पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा, उनकी (भाजपा) पूरी मशीनरी एमएचए से लेकर दिल्ली पुलिस तक कैसे काम कर रही है उसका प्रमाण कल तीस हजारी कोर्ट के सामने आया है। विभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में केस फाइल किया और कहा कि एफआईआर की कॉपी उन्हें आधिकारिक तौर पर उपलब्ध करवाई जाए। आज सुबह दिल्ली पुलिस कोर्ट में एक जवाब देती है कि ये एफआईआर बहुत संवेदनशील है इसलिए हम कोर्ट में जमा नहीं कर सकते और आरोपी को नहीं दे सकते। जो एफआईआर पिछले दो दिन से हर मीडिया वाले के हाथ में है, हर टीवी चैनल को भेजी गई, आज भाजपा की पुलिस ये कह रही है कि हम कोर्ट और आरोपी को ये एफआईआर नहीं दे सकते, ये साजिश सीधा गृह मंत्रालय से चल रही है।