दिल्ली में मिलेगा फ्री कमरा: दारूबाजों के लिए पुलिस ने किया ऐसा, जल्द आकर बुक करें अपनी जगह
Delhi Police Pamphlet: दिल्ली पुलिस ने ‘पुलिस का कमरा खाली है’ शीर्षक से एक पैम्फलेट ट्वीट किया है। इसमें दिल्ली पुलिस ने जेल के कमरों के बारे में बताया है।
Delhi Police Pamphlet: दिल्ली पुलिस का एक ट्वीट इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस ट्वीट पर यूजर्स के खूब कमेंट आ रहे हैं। दरअसल दिल्ली पुलिस ने 'पुलिस का कमरा खाली है' (Police ka room khaali hai) शीर्षक से एक पैम्फलेट ट्वीट किया है। इसमें दिल्ली पुलिस ने जेल के कमरों के बारे में बताया है। ट्वीट करते हुए दिल्ली पुलिस ने लिखा, अपनी जगह बुक करें, जल्द ही पजेशन लें, रहने की सुविधा का आप निश्चित रूप से विरोध कर सकते हैं।
मिलेगी ये सुविधाएं
पुलिस ने इस पैम्फलेट (Delhi Police pamphlet) में लिखा है कि शेयरिंग और पर्सनल आधार पर एक रूम सेट उपलब्ध है। दिल्ली पुलिस ने रूम में मिलने वाली सभी सुविधाओं को जिक्र करते हुए बताया कि यहां मुफ्त में बिस्तर, भोजन, शेयरिंग बेस्ड बाथरूम और टॉयलेट के साथ – साथ हवादार कमरे मिलेंगे। पुलिस इन कमरों में रहने वालों को मनोरंजक सुविधाएं भी मुहैया करवाएगी। इनमें टीवी, संगीत कक्ष, खेल, अखबार एवं पत्रिकाओं की मुफ्त सदस्यता शामिल है।
दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने अपने इस अनोखे पोस्ट में लोकेशन के बारे में भी बताया। लिखा, बार के बेहद करीब। पुलिस ने यह भी कहा कि सरकारी वाहन में मुफ्त पिक एंड ड्रॉप की सुविधा होगी। विशेषकर ये उन लोगों के लिए चेतावनी है, जो शराब के नशे में धुत होकर हंगामा करते हैं और कानून तोड़ते हैं। ऐसा करते हुए यदि वह पकड़े गए तो उन्हें पुलिस की यह सभी सुविधाएं मिलेंगी।
पहली नजर में खा गए धोखा
लोगों की नजर जब पहली बार इस ट्वीट पर पड़ी तो उन्हें लगा कि यह शायद सरकार की कोई नई आवास योजना है। मगर आप निश्चित रूप से विरोध कर सकते हैं, लिखकर पुलिस ने चेता दिया कि जिस ऑफर की बात की जा रही है वह आम लोगों के लिए नहीं बल्कि अपराधियों के लिए है।
दिल्ली पुलिस का यह कॉमिक ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं। पुलिस का भी यही मकसद है कि अधिक से अधिक लोगों के बीच उनका यह हास्य ट्वीट पहुंचे, ताकि उनमें जागरूकता पैदा हो। बता दें कि समय – समय पर विभिन्न राज्यों की पुलिस ऐसी तरकीबें अपनाती रहती हैं। असम पुलिस द्वार 2020 में नशीले दवाओं के खिलाफ चलाया गया अभियान इसका उदाहरण है।