Delhi Water Crisis: भारी जलसंकट दिल्ली के इन इलाकों में, बूंद-बूंद पानी को तरस रहे लोग
Delhi Areas Water Crisis: दिल्ली में पीने के पानी का संकट दिन-प्रति-दिन गहराता जा रहा है। यहां की कालोनियां के अलावा वीआईपी और रिहायशी इलाकों में भी जल संकट एक बड़ी समस्या बन गया है।
Delhi Areas Water Crisis: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भयंकर गर्मी का सामना करने के साथ-साथ पेयजल संकट (crisis of drinking water) का भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। पीने के पानी के इंतजार में लोगों की रातों की नींदें गायब हो गई है। पानी की किल्लत दिल्ली की वीआईपी (VIP) जगहों से भी सामने आ रही है। इस जल संकट का प्रभाव राष्ट्रपति भवन से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक पहुंच गया है। पेयजल के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
दिल्ली में पीने के पानी का संकट(drinking water crisis) दिन-प्रति-दिन गहराता जा रहा है। यहां की कालोनियां के अलावा वीआईपी और रिहायशी इलाकों में भी जल संकट एक बड़ी समस्या बन गया है। पीने के पानी की बूंद-बूंद के लिए लोग तरस रहे हैं।
इन इलाकों में जल संकट
करोलबाग के बीडनपुरा की गली नंबर 22,23,24 समेत अन्य कई नामी इलाकों में भी पानी की भीषण किल्लत मची हुई है। पूरा दिन पानी के पीछे भागने की वजह से लोगों की दौड़ती-भागती दिनचर्या पूरी तरह से बिगड़ गई है। यहां के रहने वाले के मुताबिक, यहां पर लगभग 10 दिनों से पानी की बहुत कमी है। अब तो इस संकट का असर राष्ट्रपति भवन से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक जा पहुंचा है।
ऐसे में अब भीषण संकट पर नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की है। इस बारे में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) के पत्र के मुताबिक, कई दिनों से ये देखने में आ रहा है कि लुटियंस दिल्ली के तमाम इलाकों में जलापूर्ति कम हो रही है। इसके साथ ही जो पानी डीजेबी द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है, वह भी पीने लायक नहीं है। इसलिए इस पानी में सुधार की अपील एनडीएमसी ने जल बोर्ड के अधिकारियों से की है। वहीं जल संकट को जल्द से जल्द दूर करने की भी अपील की है।
पीने लायक पानी नहीं
साथ ही एनडीएमसी ने चंद्रावल और वजीराबाद के जल शोधन संयंत्र के अधिकारियों को पत्र में लिखा है कि पानी की जो गुणवत्ता सप्लाई की जा रही है, उसमें पीला पानी है। जो मानकों के तहत पीने योग्य नहीं है। जिसकी वजह से इसमें जल्द से जल्द सुधार किया जाए।
इसके अलावा एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत चहल ने बताया कि 24 मई, 2 जून और 11 जून सहित कई बार दिल्ली जल बोर्ड से पत्र व्यवहार किया गया है, लेकिन पानी की आपूर्ति ठीक नहीं हो रही।
दरअसल राजधानी दिल्ली (Delhi) में इस साल गर्मी के मौसम की शुरुआत होते ही पानी की किल्लत मचने लगी थी। लेकिन अब गर्मी भी रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है, जिसकी वजह से पानी की समस्या दिन प्रति दिन विकराल होती जा रही है।
एक तरफ भीषण चिलचिलाती गर्मी की वजह से लोगों की हालत खराब है, वहीं दूसरी तरफ पीने का पानी (drinking water crisis) भरपूर मात्रा में न मिलने से स्वास्थ्य पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ने लगा है। पानी की बढ़ती मांगें की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।