नोटबंदीः देशभर में 100 को इनकम टैक्स नोटिस, शादी के लिए अगले हफ्ते से सुविधा
मुंबई/नई दिल्लीः नोटबंदी के 12वें दिन होते न होते ऐसे लोगों को इनकम टैक्स की ओर से नोटिस मिलने शुरू हो गए है, जिन्होंने अपने खातों में 2.5 लाख से ज्यादा रकम जमा कराई है। देशभर में करीब 100 लोगों या कंपनियों को नोटिस भेजे गए हैं। सभी से धन का स्रोत पूछा गया है। बता दें कि गुरुवार को वित्त मंत्रालय ने कहा था कि एक दिन में 50 हजार या 30 दिसंबर तक 2.5 लाख से ज्यादा रकम जमा करने वालों पर इनकम टैक्स की नजर रहेगी। इसके अलावा कालाधन रखने वालों पर शिकंजा और कसते हुए स्क्रूटनी के नियम भी बदले गए हैं।
इस बीच, शादी के लिए खाते से 2.5 लाख रुपए निकालने की सुविधा अब तक बैंकों ने नहीं दी है। बताया जा रहा है कि इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है और बैंक बगैर आदेश के सुविधा नहीं दे सकते। कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते से ये सुविधा लोगों को मिलेगी। बता दें कि बीते दिनों आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने इसका ऐलान किया था।
इनकम टैक्स नोटिस किनको?
इनकम टैक्स के सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों को नोटिस भेजा गया है, उनकी आय के स्रोत को लेकर छानबीन शुरू हो चुकी है। सभी को इनकम टैक्स एक्ट की धारा 133 (6) (जानकारी के लिए बुलाने का अधिकार) के तहत नोटिस भेजे गए हैं। नोटिस में कहा गया है कि अगर संबंधित शख्स या कंपनी इनकम टैक्स के दायरे में है तो 2 साल का इनकम टैक्स रिटर्न भरना होगा।
सहकारी बैंकों में बदली रकम
इसके साथ ही ये खुलासा भी हुआ है कि मंगलुरु की पांच सोसायटियों ने सहकारी बैंकों से आठ करोड़ रुपए की रकम बदली है। जबकि इनकम टैक्स विभाग पहले से ही रियल एस्टेट कारोबारियों और ज्वेलर्स के यहां सर्वे कर रहा है। साथ ही सैकड़ों धर्मार्थ ट्रस्ट और धार्मिक संगठनों को भी नोटिस जारी हुए हैं। इन्हें सरकार से टैक्स छूट मिलती है। सभी से नोटबंदी से पहले और बाद में जमा रकम की जानकारी मांगी गई है।
कालेधन पर और कड़ा कदम
कालाधन इकट्ठा करने वालों पर और शिकंजा कसते हुए सरकार ने इनकम टैक्स विभाग में फिर इंस्पेक्टर राज की शुरुआत कर दी है। अब इनकम टैक्स अफसर, असिस्टेंट और डिप्टी कमिश्नर किसी भी टैक्स देने वाले की फाइल खुद ही स्क्रूटनी कर कमाई और खर्च का हिसाब मांग सकेंगे। अब से पहले कम्प्यूटर असेसमेंट स्क्रूटनी सिस्टम (कास) में रैंडम केस की फाइल का ही असेसमेंट किया जाता था।