देवबंद का एक और फतवा, मुस्लिम महिलाओं का नौकरी करना इस्लाम के खिलाफ

Update: 2017-04-03 10:46 GMT

देवबंद: देवबंद ने मुस्लिम महिलाओं के नौकरी करने के खिलाफ फतवा जारी किया है। मौलाना और तंजीम उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष नदीम उल वाजदी ने सोमवार (3 अप्रैल ) को मुस्लिम महिलाओं के नौकरी करने पर फतवा जारी किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को सरकारी या गैर सरकारी किसी भी तरह की नौकरी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह इस्लाम के खिलाफ है। उनका नौकरी करना नाजायज है।

और क्या कहा मौलाना वाजदी ने

-उनका कहना है कि घर का खर्च उठाने की जिम्मेदारी मर्द की होती है।

-महिलाओं का काम घर को संभाला और बच्चों का देखभाल करना होता है।

-नौकरी करना उसी सूरत में जायज है जब घर का खर्च उठाने वाला कोई मर्द ना हो, लेकिन नौकरी करते वक्त वह चेहरा समेत खुद को ढक कर काम करें।

तलाक के वक्त औरत का मौजूद रहना जरुरी नहीं

-देवबंद इससे पहले भी तमाम तरह के फतवे जारी कर चुका है।

-देवबंद ने कहा था कि भारत माता की जय बोलना मुसलमानों के लिए जायज नहीं है।

-इसके साथ ही फोन पर तलाक को मंजूरी दी थी।

-अपने बयान में यह भी कहा था कि तलाक के वक्त औरत का मौजूद रहना जरुरी नहीं है।

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