तेलंगाना टनल हादसा: 14 किलोमीटर अंदर फंसे 8 मजदूर, बचाव कार्य में आ रही दिक्कतें
Telangana tunnel collapses: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से वहां काम कर रहे आठ मजदूर फंस गए हैं। हादसे के बाद से बचाव कार्य जारी है।;
Telangana tunnel collapses
Telangana tunnel collapses: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से वहां काम कर रहे आठ मजदूर फंस गए हैं। हादसे के बाद से बचाव कार्य जारी है, लेकिन अब तक सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने में सफलता नहीं मिली है। NDRF, SDRF और सेना की टास्क फोर्स मौके पर मौजूद हैं और तेजी से राहत अभियान चला रही हैं। हालांकि, बचाव दल घटनास्थल का निरीक्षण करने के बावजूद अभी तक सुरंग के अंदर प्रवेश नहीं कर पाए हैं, जिससे फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने की चुनौती बढ़ गई है।
14 किलोमीटर अंदर फंसे मजदूर
जानकारी के अनुसार, निर्माणाधीन सुरंग के भीतर दो इंजीनियर, दो मशीन ऑपरेटर और चार श्रमिक मौजूद थे, जब अचानक छत का एक हिस्सा ढह गया। यह दुर्घटना सुरंग के 12 से 14 किलोमीटर अंदर हुई, जिससे रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। कुछ मजदूर जो बाहर थे, उन्होंने तत्काल घटना की सूचना दी, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया। कुछ मजदूर घायल भी हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बचाव कार्य में आ रहीं दिक्कतें
राहत और बचाव कार्य में लगे दलों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सुरंग के अंदर घुसने का मार्ग अवरुद्ध होने की वजह से बचाव दलों को अब नए रास्ते तलाशने पड़ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो सुरंग के अंदर ऑक्सीजन की उपलब्धता और मलबे को हटाने में लगने वाला समय बड़ी बाधा बन सकता है। इसके चलते प्रशासन हरसंभव कोशिश कर रहा है कि मजदूरों को जल्दी से जल्दी सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने ली जानकारी
हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बातचीत की और फंसे लोगों को जल्द निकालने के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। केंद्र सरकार भी इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त संसाधन भेजने के लिए तैयार है।
विशेषज्ञों की ली जा रही मदद
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि बचाव कार्य के लिए देश के सर्वश्रेष्ठ सुरंग विशेषज्ञों को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल हादसे में शामिल विशेषज्ञों से भी संपर्क किया गया है, ताकि वहां इस्तेमाल की गई तकनीक से यहां भी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। सरकार और बचाव दल लगातार सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। सभी की कोशिश है कि जल्द से जल्द कोई सुरक्षित मार्ग बनाया जाए, जिससे मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा सके।