Women Reservation Bill: मुलायम सिंह का जिक्र करने पर भड़कीं डिंपल यादव, निशिकांत दुबे के बयान का तीखा विरोध, दे डाली नसीहत
Women Reservation Bill: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी में हुए उपचुनाव में जीत हासिल करके लोकसभा पहुंचीं डिंपल यादव ने इस टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को नसीहत तक दे डाली।
Women Reservation Bill: लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल को सत्ता पक्ष और विपक्ष के व्यापक समर्थन के कारण भारी बहुमत से पारित कर दिया गया। इस विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े जबकि सिर्फ दो सांसदों ने ही इसका विरोध किया। इस विधेयक को लेकर चली दिनभर बहस के दौरान भाजपा और दूसरे दलों के सांसदों के बीच तीखी तकरार भी देखने को मिली। भाजपा सांसद ने निशिकांत दुबे ने कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं पर तीखा हमला बोला और इसी दौरान उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर भी टिप्पणी कर डाली।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर की गई इस टिप्पणी पर पार्टी की सांसद डिंपल यादव भड़क उठीं। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी में हुए उपचुनाव में जीत हासिल करके लोकसभा पहुंचीं डिंपल यादव ने इस टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को नसीहत तक दे डाली। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भविष्य में इस तरह की टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए।
दुबे ने मुलायम पर की थी यह टिप्पणी
झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के संबोधन के दौरान कांग्रेस और अन्य दलों के सांसदों ने खूब हंगामा किया। दुबे ने कांग्रेस और अन्य दलों के खिलाफ जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर भी टिप्पणी कर डाली। हालांकि उन्होंने मुलायम सिंह का नाम न लेते हुए इशारों में ही हमला किया मगर उनके बयान से साफ था कि उनका इशारा किस ओर है।
मुलायम सिंह यादव की ओर इशारा करते हुए भाजपा सांसद ने कहा, आप समझिए कि इनकी भावना कैसी है। महिलाओं के बारे में ये कैसा सोचते हैं। वे अब नहीं रहे। इसी सदन के सदस्य थे। इनकी पार्टी के बड़े नेता थे। वो कहते थे, कि सदन में परकटी महिलाएं आ जाएंगी। उन्होंने सवाल किया कि क्या महिलाओं के लिए इस तरह की बातें होनी चाहिए?
सपा सांसद ने दिया दुबे को जवाब
निशिकांत दुबे के संबोधन के बाद जब सपा सांसद डिंपल यादव के बोलने की बारी आई तो उन्होंने दुबे के बयान का तीखा विरोध किया। पहले उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर पूरी मजबूती के साथ अपनी बात रखी। उन्होंने एससी, एसटी और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण का लाभ देने की मांग की। अपने संबोधन के आखिर में उन्होंने निशिकांत दुबे के बयान पर विरोध जताते हुए उन्हें नसीहत भी दे डाली।
सपा सांसद ने कहा कि निशिकांत दुबे ने अपने संबोधन ने कहा था कि वे महिलाओं का दर्द समझते हैं तो उन्हें पिछड़े वर्ग से जुड़ी हुई महिलाओं का दर्द भी समझना होगा। उन्होंने लोकसभा के स्पीकर से अनुरोध किया कि कि उन्हें माननीय सदस्य से कहना चाहिए कि जो सदन में मौजूद नहीं हैं,उनके खिलाफ इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। आने वाले दिनों में भी सदन में किसी दिवंगत नेता के खिलाफ इस तरह की टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए।
भाजपा सरकार पर किया हमला
सपा का पक्ष रखते हुए डिंपल यादव ने पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़ी महिलाओं को आरक्षण का लाभ देने की मजबूत वकालत की। उन्होंने सरकार से यह सवाल भी किया कि इसे राज्यसभा और विधानपरिषदों में लागू किया जाएगा या नहीं। उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए यह भी कहा कि इन लोगों को महिलाओं की याद अब जाकर आई है। उन्होंने जातिगत जनगणना और परिसीमन को लेकर भी सवाल उठाए। डिंपल ने कहा कि सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए क्योंकि इसके बाद ही महिलाओं को आरक्षण का लाभ मिल सकेगा।