डीएम ने भरी मीटिंग में डॉक्टर से कहा- तुम मूर्ख और निकम्मे हो, तुम्हे डिग्री किसने दी
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां मामूली सी बात पर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि मरीजों का इलाज छोड़कर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये।
राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां मामूली सी बात पर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि मरीजों का इलाज छोड़कर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये। उन्होंने डीएम पर अभद्रता करने का आरोप लगाया। घटना के सामने आने के बाद शासन –प्रशासन में हड़कंप मच गया है और मान मनौवल की कोशिशें शुरू हो गई।
क्या प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश की तरफ़ भी देख रहे हैं ?
क्या है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला कुछ यूं है कि डीएम नीरज सिंह ने कोरोना समीक्षा बैठक सिविल सर्जन ऑफिस में रखी थी। आरोप है कि बैठक में कलेक्टर नीरज सिंह ने डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की।
डीएम ने डॉक्टरों के खिलाफ तुम्हे डिग्री किसने दी', 'तुम्हें रेफर करने का अधिकार नहीं है' जैसे आपत्तिजंक शब्दों का इस्तेमाल किया।
इस बात को लेकर दोनों पक्षों में तीखी नोक झोंक हुई। आरोप ये भी है कि डीएम ने डॉक्टरों के लिये निकम्मा और मूर्ख जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
जिला अस्पताल के डॉ सुधीर कलावत के अनुसार डीएम साहब पूछ रहे थे आपने कोरोना के पेशेंट को भोपाल रेफर क्यों किया। इस पर हमने बताया कि पेशेंट को ऑक्सीजन लगाने के बाद भी 80 परसेंट के नीचे जा रहा था, इसलिये उसे रेफर करना पड़ा।
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शासन तक पहुंची शिकायत
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद सभी डॉक्टर बैठक छोड़कर चले गये और काम ठप करने की बात कही। इतना ही नहीं डॉक्टरों ने लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई की।
पत्र में कहा गया है कि डीएम द्वारा अभद्र व्यवहार से सभी चिकित्सक साथियों को मानसिक ठेस पहुंची है, साथ ही सभी चिकित्सकों का मनोबल टूट गया है। इसके चलते हमने कोई काम नहीं करने का फैसला लिया है। डॉक्टरों की तरफ से मांग की गई कि जब तक कलेक्टर को हटाया नहीं जाता तब तक काम पर नहीं लौटेंगे।
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