Haldwani Violence: मोदी धर्म और जाति की राजनीति नही करते : डॉ. दिनेश शर्मा

Haldwani Violence: डॉ. दिनेश शर्मा कुछ लोग सरकार को बदनाम ही नही करना चाहते हैं बल्कि हिंदू मुसलमान के बीच खांई पैदा करना चाहते हैं। उनका कहना था कि ऐसा करना संभव नही है क्योंकि मोदी जाति और धर्म के आधार पर राजनीति नही करते।

Newstrack :  Network
Update:2024-02-09 22:37 IST

Haldwani Violence (Pic:Newstrack)

Lucknow: उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सांसद डा0 दिनेश शर्मा ने हल्द्वानी में हुए दंगेा को साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा कि साजिश करनेवालों को यह पता चल जाएगा कि साजिश का हस्र क्या होता है। उन्होंने यह प्रतिक्रिया तब व्यक्त की जब उनसे हल्दवानी में दंगे के दौरान हुई मौतों एवं सरकारी सम्पत्ति को नुकसान आदि पहुंचाने पर टिप्पणी करने का अनुरोध एक पत्रकार द्वारा किया गया। कुछ लोग सरकार को बदनाम ही नही करना चाहते हैं बल्कि हिंदू मुसलमान के बीच खांई पैदा करना चाहते हैं। उनका कहना था कि ऐसा करना संभव नही है क्योंकि मोदी जाति और धर्म के आधार पर राजनीति नही करते। वैसे भी उत्तराखंड तो शांत प्रदेश है। जिन्होंने जैसा किया है उनकी कई पीढ़ियां याद करेंगी कि माहौल को खराब करने का हस्र क्या होता है।

उन्होंने यह भी कहा कि देश का माहौल खराब करनेवाले दिन लद गए। आज सबको मालूम है कि मोदी हैं तो सब कुछ संभव है। कानून अपना काम करना जानता है। इसलिए ऐसे जो भी तत्व हैं उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब साजिशों वाला यह देश नही हैं। एक प्रश्न के जवाब में सांसद शर्मा ने कहा कि कुछ अराजक तत्व हैं तथा उन्हें प्रश्रय देने वाले कुछ राजनीतिक लोग भी हैं जो देश के सुख और शांतिवाले प्रदेश में व्यवधान डालने का सपना देख रहे हैं। उनका सपना पूरा होनेवाला नही है। जहां पर भाजपा की सरकारें है वहां पर दंगा करनेवाले तथा करानेवालों की कई पीढ़ियां याद रखेंगी कि दंगे का हस्र क्या होता है क्योंकि केन्द्र में मोदी की सरकार है।

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री धामी एक कुशल प्रशासक हैं तथा किसी को अपने हाथ में कानून नही लेने दिया जाएगा। कांग्रेस पहले से पिछड़ा एवं दलित विरोधी रही है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को हराने के लिए कांग्रेस ने उनके खिलाफ दो बार प्रत्याशी खड़े किये थे। जो कांग्रेस बाबा साहब अम्बेडकर को बर्दास्त नही कर पाई वह पिछड़ों को क्या बर्दास्त कर पाएगी। कांग्रेस पिछड़ा और दलित विरोधी है वह कभी बाबा साहेब के बारे में कुचक्र रचते हैं तो कभी मोदी के खिलाफ कुचक्र रचते हैं।

जब एक पत्रकार ने सांसद शर्मा का ध्यान हल्दवानी में पुलिस पर भी पथराव करने की ओर आकर्षित किया तो उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में हिंसा और अराजकता के प्रति जीरो टालरेंस है। अन्याय किसी के साथ नही होगा पर भाजपा सरकार में भी कोई कानून को अपने हाथ में लेता है तो भाजपा सरकार उसे ऐसा दंड देना भी जानती है कि उसकी दो तीन पीढ़ियां उसे याद रखें। उनका कहना था कि भाजपा हिन्दू मुसलमान, अगड़ा और पिछड़ा की राजनीति नही करती। वह सबको समान अधिकार की बात करती है और इसमें अगर कहीं पर राजनीतिक मंतव्य आता है तो कानून अपना काम करेगा।

उनसे जब यह पूछा गया कि जिस प्रकार छतों में पत्थर इकट्ठा किये गए तथा पत्थरबाजी की गई और सिटी मजिस्ट्रेट अपनी जान बचाते दिखे उससे क्या यह कहा जा सकता है कि यह सोची समझी साजिश का हिस्सा है तो डा0 शर्मा ने कहा कि चुनाव के पहले बहुत से लोगों को मन में मोदी एवं भाजपा की सरकारें खटक रहे हैं क्योंकि उन्होंने ईमानदारी के साथ जनता के प्रति जवाबदेही को किया है ऐसे लोगों के मंसूबों को सफल नही होने दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सांसद डा0 शर्मा ने कहा कि काले कारनामें लानेवाले जो काला पेपर लाने जा रहे हैं उसमें यदि अपने काले कारनामों को और लिख दे तो यह पेपर और अच्छा बन जाएगा। सांसद शर्मा ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे कांग्रेस के काला पेपर लाने के बारे में टिप्पणी करने को कहा गया और कहा गया कि भाजपा द्वारा ले जा रहे श्वेत पत्र के मुकाबले कांग्रेस अपने काले कारनामों के बारे में काला पेपर लाने नही जा रही है बल्कि वह तो सरकार के कामकाज के बारे में काला पेपर लाने जा रही है।

उन्होंने कहा कि लाना तो उन्हें अपने काले कारनामों के बारे में चाहिए क्योंकि सरकार ने जो काम किये हैं वे खुले आम और डंके की चोट पर किये हैं और जनता के हित में किये हैं तभी आज भारत अमेरिका और एक दो देशों को छोड़कर पांचवीं अर्थव्यवस्था बना है तथा 2027 तक तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। भाजपा सरकार के कामों का खुला पत्र है और इसीलिए जनता ने मोदी और उनके कामों को स्वीकारा है। उन्होंने कहा कि बेहतर यह होगा कि कांग्रेस अपने काले कारनामों और अपराधों का चिट्ठा लिखे।

डा0 शर्मा सेे जब सीएम योगी के उस बयान पर टिप्पणी करने को कहा गया जिसमें योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, मथुरा और काशी को लेने की बात कही है तो उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति और इन स्थानों का उल्लेख हजारों साल से होता आ रहा है। मुसलमानों की जो आस्था मक्का मदीना में है, जो ईसाइयों की आस्था रोम में है जो सिख बंधुओं की आस्था अमृतसर के लिए है वही आस्था सनातन धर्मावलंबियों, हिंदू पुराणों तथा हिंदू जनमन के तन मन में इन स्थानों के बारे में है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने तो कहा है कि यह संवाद का समय है तथा वे विवाद के स्थान पर समाधान के माध्यम से विकसित राष्ट्र बनाएंगे। उनका कहना है कि सबको मिलकर समाधान निकालना चाहिए।

इसी श्रंखला में जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि विपक्ष तो इसके बारे में यह कह रहा है कि यह एक राजनीतिक हथकंडा हैं तेा सांसद शर्मा ने कहा कि विपक्ष का क्रिया और कर्म दोनेा ही विवादों के घेरे में है। उसने जिस प्रकार से काम किया है उससे वे एक प्रकार से जनता के कटघरे में है तथा उनके पास जवाबदेही नही है। एक पत्रकार ने कांग्रेस के ब्लैकपेपर लाने से संबंधित सवाल को घुमा फिराकर पूछा तो भाजपा नेता डा0 शर्मा ने कहा कि उसने ब्लैक के काम किये हैं जो उनकी बदनियती रही है जो सनातन के विरूद्ध उनका रास्ता रहा है वह सबके सामने है यही नही उनके यहां ब्लैक मार्केटिंग भी है तथा उनके समय मे जो भ्रष्टाचार पर्दे के पीछे हुआ है तथा अनेक ऐसे निर्णय लिए गए हैं जो अनीतिपूर्ण रहे हैं तो ऐसा दल तो ब्लैकपेपर ही ला सकता है क्योकि उनके पास ब्लैकपेपर लाने के सिवा और कोई दूसरा रास्ता नही है।

सांसद शर्मा से जब सपा नेता के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा गया जिसमें उन्होंने अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में प्रश्न उठाया है तो उन्होंने कहा कि जिनके शब्द प्रवाह में प्राण (संयम) न हो तो इसे दुर्भायपूर्ण ही कहा जाएगा क्योंकि राम तो कण कण में व्याप्त हैं। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा का प्राविधान है। यदि पहले वाली मूर्ति और बाद की मूर्ति को देखें, नयी मूर्ति में भगवान की आंखें देखें तो जमीन आसमान का अंतर दोनो में दिखाई देगा। लोगों को हिन्दू धर्मशास़्त्रों के बारे में बहुत अध्ययन करने की जरूरत है।

Tags:    

Similar News