भले काम का बुरा नतीजा, जब इस मशहूर कवि ने बस कंडक्टर को सड़क किनारे पेशाब करने से रोका तो .....
आज के युग में भलाई करने वालों का या भला सोचने वालों का बिलकुल भी गुजारा नहीं है। ये बात साबित भी हो गई। हिन्दी के वरिष्ठ कवि और लेखक देवी प्रसाद मिश्र को दिल्ली
नई दिल्ली : आज के युग में भलाई करने वालों का या भला सोचने वालों का बिलकुल भी गुजारा नहीं है। ये बात साबित भी हो गई। हिन्दी के वरिष्ठ कवि और लेखक देवी प्रसाद मिश्र को दिल्ली की डीटीसी बस के कंडक्टर और ड्राइवर द्वारा अपने साथी के संग मारपीट कर लहूलुहान करने का मामला सामने आया है। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने सड़क किनारे पेशाब कर रहे कंडक्टर कोटोक दिया।
क्या है पूरा मामला
-59 वर्षीय देवी प्रसाद मिश्र के एक वीडियो पोस्ट में बताया है कि घटना बुधवार (22 फरवरी) शाम साढ़े सात बजे की है।
-मिश्र ने बताया है कि “वो सड़क से गुजर रहे थे कि अचानक डीटीसी की हरे रंग की बस आयी, उसका नंबर था 1083 था।
-कंडक्टर उतरा और बस और फुटपाथ के बीच खड़ा होकर मेरी तरफ चेहरा करके पेशाप करना लगा.मैंने कहा तुम लोग स्वच्छता अभियान की ऐसी तैसी कर देते हो तभी वो गालियां देने लगा।
-मैंने उस कंडक्टर की परिवहन विभाग में शिकायत करने के लिए वीडियो बनाया।वीडियो बनाता देख उसने देवीप्रसाद को बस में जबरदस्ती चढ़ाने लगा।”
-मिश्र ने बताया कि वो कंडक्टर का विरोध करते रहे। कंडक्टर जब मिश्र को बस में चढ़ाने में कामयाब नहीं हुआ तो उसने मिश्र के संग मारपीट शुरू कर दी।
-कंडक्टर के मरापीट शुरू करते ही बस का ड्राइवर भी नीचे उतर कर उन्हें मारने लगा।
आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...
आरोपियों की खिलाफ हो कार्रवाई
-मिश्र के इस वीडियो बयान को सोशल मीडिया पर शेयर करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।
-हिंदी को उसकी कई मार्मिक और मूल्यवान कविताएं देने वाले देवी प्रसाद मिश्र को कल एक बस के कंडक्टर और ड्राइवर ने पीटा- बस इसलिए कि उन्होंने कंडक्टर के खुलेआम पेशाब करने पर एतराज किया और शिकायत की चेतावनी दी।
ना करें भला, मिल सकता है ऐसा नतीजा
इस हॉदसे से एक बात तो तय है। की जनाब अगर आप कहीं कुछ भी गलत होता देखें। तो सिर झुक के आगे बढ़ जाने में ही भलाई है। अगर आपने उनको ज़रा सी भी हिदायत देने की कोशिश की तो ये बात आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है।
आगे की स्लाइड में देखें वीडियो ...