Parliament Winter Session 2024: प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ लोकसभा में संविधान पर चर्चा खत्म

Parliament Winter Session 2024 :भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान पर चर्चा के लिए आज लोकसभा में हिस्सा लेंगे। संबोधन के दौरान विपक्ष द्वारा भारी हंगामे की संभावना;

Newstrack :  Network
Update:2024-12-14 09:43 IST

Parliament Winter Session 2024 (Photo: Social Media)

Parliament Winter Session 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संविधान पर चर्चा के बाद बहस का जवाब दिया। भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर लोकसभा में बहस हो रही थी। इस ऐतिहासिक अवसर पर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के कई प्रमुख नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर कई बार हंगामा भी हुआ, जो बहस के तनाव को और बढ़ा गया।

Live Updates
2024-12-14 09:21 GMT

संविधान पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के भाषण का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने निशाना साधते हुए कहा, राहुल गांधी को संविधान के बारे में कुछ भी नहीं पता। संविधान की ताकत से ही इमरजेंसी समाप्त हुई। जो लोग संविधान लेकर घूमते हैं, उन्हें उसे पढ़ना चाहिए। राहुल ने संविधान के पन्ने तक नहीं खोले हैं। संविधान की शक्ति से ही इंदिरा गांधी की यातनाओं से मुक्ति मिली।

2024-12-14 09:12 GMT

राहुल गांधी ने अपने भाषण में द्रोणाचार्य और एकलव्य का जिक्र करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा था, वैसे ही बीजेपी हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काट रही है। देश के सारे कारोबार अडानी को दिए जा रहे हैं, जबकि देश के असली कारोबारियों का अंगूठा काटा जा रहा है। बीजेपी का मकसद देश का हुनर और ताकत छीनना है। किसानों को अनदेखा कर अंबानी और अडानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है, और पेपर लीक के जरिए युवाओं का भविष्य छीन लिया जा रहा है।"

2024-12-14 09:01 GMT

लोकसभा में बोलते हुए नेता विपक्ष राहुल गांधी बोले, मैं अपना भाषण भाजपा के नहीं बल्कि RSS के विचारों की आधुनिक व्याख्या करने वाले सर्वोच्च नेता के कथन को उद्धृत करके शुरू करना चाहता हूं, जो भारत के संविधान के बारे में और उनके विचार से भारत को कैसे चलाया जाना चाहिए, के बारे में कहते हैं - "भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। मनुस्मृति वह धर्मग्रंथ है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारी प्राचीन संस्कृति, रीति-रिवाज, विचार और व्यवहार का आधार बना है। इस पुस्तक ने सदियों से हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है। आज मनुस्मृति ही कानून है।" ये सावरकर के शब्द हैं। सावरकर ने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिस पुस्तक से भारत चलता है, उसे इस पुस्तक से हटा दिया जाना चाहिए। इसी बात को लेकर लड़ाई है।

2024-12-14 08:49 GMT

संविधान पर हो रही चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अभय मुद्दे का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि विचारों का समूह है। उन्होंने इसे जीवन दर्शन के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि संविधान में हमारी संस्कृति के विचारों का समावेश है, साथ ही इसमें हमारी प्राचीन विरासत की झलक भी देखने को मिलती है।

2024-12-14 07:38 GMT

डीएमके सांसद ए. राजा के बयान पर लोकसभा में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ए. राजा के आरोप पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ए. राजा का बयान गलत और गुमराह करने वाला है। दरअसल, ए. राजा ने दावा किया था कि भाजपा ने संविधान में संशोधन कर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की बात कही थी। इस पर जोशी ने प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, "किसने यह बयान दिया? क्या वह इसका प्रमाण दे सकते हैं? ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है। वह सदन को गुमराह कैसे कर सकते हैं?" हंगामे के बीच ए. राजा ने पलटवार करते हुए कहा, "आपके पार्टी के उपाध्यक्ष ने चुनावों से पहले कहा था कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिलती हैं, तो वे संविधान में बदलाव कर देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करेंगे।"

2024-12-14 06:43 GMT

लोकसभा में भारतीय संविधान की 75 वर्षों की यात्रा पर हो रही चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर विपक्ष के नैरिटव पर सवाल उठाते हुये कहा, एक नैरेटिव तैयार किया जा रहा है, जिसमें यूरोपीय यूनियन में भेदभाव की बढ़ती घटनाओं पर चर्चा हो रही है। यूरोपीय यूनियन के सेंटर फॉर पॉलिसी एनालिसिस के एक सर्वे में यह सामने आया है कि 48% लोग भेदभाव का शिकार हुए हैं, जिनमें से अधिकांश मुसलमान हैं। फ्रांस में ऐसी कई रिपोर्टें आई हैं, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग, खासकर सिर पर स्कार्फ या बुर्का पहनने वालों के साथ भेदभाव की शिकायतें कर रहे हैं। स्पेन में भी मुसलमानों के खिलाफ आंतरिक घृणा अपराधों की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसे रिपोर्ट में प्रमुखता से उल्लेख किया गया है।

अगर हम पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, तिब्बत, म्यांमार, श्रीलंका और अन्य देशों की स्थिति पर गौर करें, तो वहां अल्पसंख्यक समुदायों, जैसे सिखों, हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ अत्याचार और हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। इन देशों में जब भी अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार होता है, तो सबसे पहले भारत ही वह देश है जहां ये लोग सुरक्षा की उम्मीद लेकर आते हैं। फिर यह सवाल उठता है कि ऐसे में भारत में अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा का सवाल क्यों खड़ा किया जाता है। मैं कहता हूं कि हमें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए जो देश की छवि को नुकसान पहुंचाए। यह किसी एक पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि देश की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए है।

2024-12-14 06:23 GMT

लोकसभा में संविधान पर चर्चा शुरू हो चुकी है। नेता विपक्ष राहुल गांधी भी आज संविधान पर चर्चा पर देंगे जवाब। इसके अलावा सुप्रिया सुले और तेजस्वी सूर्या भी अपनी बात रखेंगे।

2024-12-14 06:18 GMT

मैं एक ऐसे क्षेत्र से आता हूं, जहां पहले हवाई जहाज देखे और फिर कारें, क्योंकि सांसद बनने के बाद ही सड़कें बनीं। जब प्रधानमंत्री ने मुझे वह स्थान दिया, जहां बाबा साहब अंबेडकर बैठे थे, तो मुझे उनके दृष्टिकोण को समझने का अवसर मिला। कानून मंत्री बनने से पहले मैंने सबसे पहले यह समझने की कोशिश की कि बाबा साहब अंबेडकर क्या चाहते थे और उनके मन में कौन से विचार थे जिन्हें वे पूरा नहीं कर पाए। एक अहम सवाल जो मेरे दिमाग में आया, वह था कि बाबा साहब अंबेडकर ने कानून मंत्री का पद क्यों छोड़ा, इस पर कभी ज्यादा चर्चा नहीं होती। मैंने उनका वह पत्र पढ़ा, जो उन्होंने पंडित नेहरू को लिखा था। हमारा संविधान न सिर्फ दुनिया का सबसे बड़ा है, बल्कि सबसे सुंदर भी है।

2024-12-14 06:08 GMT

लोकसभा में संविधान पर चर्चा पर दूसरे दिन बोलते हुये संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, संविधान गौरवशाली अतीत का प्रतिबिंब है। बाबासाहेब के विचारों को समझना जरूरी है। संविधान ने अधिकार के साथ दायित्व भी सौंपा। संविधान के एक-एक शब्द प्रेरणादायी है। समानता संविधान की आत्मा जैसा है। मुझे गर्व है कि जब प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल शुरू हुआ तो उन्होंने संविधान की इसी भावना का पालन करते हुए अपनी सरकार का मंत्र इस देश के सामने रखा। और वह मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।

2024-12-14 04:17 GMT

आज लोकसभा में संविधान पर चर्चा का दूसरा दिन है, और इस बहस में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जवाब देंगे। भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर आज सदन में महत्वपूर्ण बहस होगी, जिसमें मोदी सरकार की नीतियों और संविधान के महत्व पर विचार किया जाएगा। इस दो दिवसीय बहस से पहले, पीएम मोदी ने एक रणनीतिक बैठक की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाग लिया। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी मुख्यालय में एक बैठक आयोजित की, जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी योजना पर चर्चा की।

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