PFI in Kerela: केरल में पीएफआई के खिलाफ ED का बड़ा एक्शन, 4 जिलों में स्थित ठिकानों पर मारा छापा
PFI in Kerela: ईडी ने केरल में पीएफआई के चार जिलों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी की ये रेड पीएफआई के पूर्व कार्यकर्ताओं के यहां पड़ी है। जिन जिलों में रेड चल रही है, वो हैं – वायनाज, त्रिशूर, मलप्पुरम और एर्नाकुलम।
PFI in Kerela: प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर बनी हुई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी भी संगठन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने केरल में पीएफआई के चार जिलों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी की ये रेड पीएफआई के पूर्व कार्यकर्ताओं के यहां पड़ी है। जिन जिलों में रेड चल रही है, वो हैं – वायनाज, त्रिशूर, मलप्पुरम और एर्नाकुलम।
ईडी की ओर से फिलहाल इस छापेमारी के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, ईडी की विभिन्न टीमें एकसाथ इन चारों जिलों में पीएफआई के पूर्व कार्यकर्ताओं के घर पहुंची। सुबह से छापेमारी चल रही है। घर को सील कर दिया गया है। न कोई अंदर से बाहर जा सकता है और न ही कोई बाहर से अंदर। केरल पुलिस के जवान भी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
अगस्त में एनआईए ने मारी थी रेड
इससे पहले बीते माह यानी अगस्त में एनआईए ने मलप्पुरम में PFI के पूर्व कार्यकर्ताओं पर छापा मारा था। यह जिला मुस्लिम आबादी बहुल है और इसे प्रतिबंधित इस्लामी संगठन का गढ़ माना जाता है। जिले के मंजेरी में ही पीएफआई का मुख्यालय ग्रीन वैली भी स्थित है, जिसे एनआईए ने पिछले दफे कार्रवाई के बाद सील कर दिया था।
2022 में बैन हुई थी पीएफआई
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) अपनी संदिग्ध गतिविधियों को लेकर लगातार विवादों में था। सीएए हिंसा से लेकर देश में जहां कहीं भी सांप्रदायिक हिंसा या तनाव की घटना हुई, उसने इसके या इसके सहयोगी संगठन के लिंक सामने आते रहे हैं। बीते साल यानी सितंबर 2022 में केंद्र सरकार ने इस इस्लामिक रेडिकल संगठन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे पांच साल के लिए बैन कर दिया था। केंद्र सरकार ने पीएफआई पर टेरर लिंक का आरोप लगाते हुए उसके 8 सहयोगी संगठनों पर भी पांच साल का बैन लगा दिया। इस कार्रवाई से पहले एनआईए और ईडी ने देशभर में संगठन के ठिकानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी।