चेन्नई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंक से फर्जीवाड़ा करने के एक मामले में चेन्नई के वीजीएन डेलवलर्स की 115 करोड़ रुपये की जमीन जब्त कर ली। एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 2013 में जमीन की खरीद में यह फर्जीवाड़ा हुआ था।
एजेंसी ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ हुए फर्जीवाड़े में चेन्नई के पास गुइंडी में 10.46 एकड़ की निर्माणाधीन जमीन धनशोधन अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जब्त की है। मामला वित्तीय परिसंपत्तियों के प्रतिभूतीकरण व पुनर्निर्माण और प्रतिभूति ब्याज प्रवर्तन अधिनियम 2002 (एसएआरएफएईएसआई अधिनियम) से संबंधित है।
ईडी के मुताबिक, वीजीएन डेवलपर्स ने 2013 में भारत सरकार की अधीनस्थ कंपनी हिंदु़स्तान टेलीप्रिंटर्स लिमिटेड से यह जमीन खरीदी थी।
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आरोप है कि एसबीआई के एक अधिकारी ने परिसंपत्ति प्रबंधन शाखा, कंपनी के प्रतिनिधियों और क्रेताओं के बीच साजिश के लिए दबाव डाला था।
ईडी के मुताबिक, उन्होंने 387 करोड़ रुपये की जमीन महज 272 करोड़ रुपये में बेच दी, जिससे सरकार को 115 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।