Jharkhand Land Scam Case: क्या गिरफ्तार होंगे हेमंत सोरेन ?, दिल्ली स्थित झारखंड सीएम के घर पहुंची ईडी
Jharkhand Land Scam Case: हेमंत सोरेन का साउथ दिल्ली का पॉश इलाका माने जाने वाले शांति निकेतन में आवास है। ईडी की टीम यहां उनसे मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पूछताछ करने पहुंची है।
Jharkhand Land Scam Case: बिहार और झारखंड इन दोनों पड़ोसी राज्यों में आज प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को लेकर हंगामा बरपा हुआ है। एक तरफ जहां जहां राजद सुप्रीमो लालू यादव से पटना के दफ्तर में ईडी पूछताछ कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का पीछा करते हुए एजेंसी दिल्ली स्थित उनके घर पर दस्तक दे दी है। एजेंसी के साथ दिल्ली पुलिस भी है। सोरेन को कथित जमीन घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ईडी की ओर से 9 समन जारी हो चुके हैं।
हेमंत सोरेन का साउथ दिल्ली का पॉश इलाका माने जाने वाले शांति निकेतन में आवास है। ईडी की टीम यहां उनसे मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पूछताछ करने पहुंची है। सूत्रों की मानें तो झारखंड सीएम की आज गिरफ्तारी भी हो सकती है। उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। 9 वां समन मिलने के बाद सोरेन शनिवार की रात विशेष विमान से दिल्ली आए थे।
घर पर नहीं हैं सोरेन
इस बीच बड़ी खबर ये सामने आई है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली स्थित अपने निजी आवास पर भी नहीं हैं। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने सोरेन के न मिलने पर उनके निजी ड्राइवर रविंद्र को हिरासत में लेकर कहीं निकली है। झारखंड सीएम वर्तमान में दिल्ली में कहां, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। उधर, रांची स्थित बीजेपी और ईडी दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बड़े भाजपा नेताओं के घर पर भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
इससे पहले 20 जनवरी को भी जब ईडी की टीम रांची स्थित सीएम आवास हेमंत सोरेन से पूछताछ करने पहुंची थी, तो माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। बड़ी संख्या में सत्तारूढ़ जेएमएम के कार्यकर्ता वहां जुट गए थे। एक हजार से अधिक पुलिसफोर्स की तैनाती की गई थी।
9बार मिल चुका है समन
जमीन घोटाला मामले में ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नौ बार समन भेज चुकी है। सबसे पहले 14 अगस्त को उन्हें नोटिस जारी किया था। दूसरी बार 24 अगस्त इसके बाद 9 सितंबर, 23 सितंबर, 4 अक्टूबर, 12 अक्टूबर, 30 दिसंबर और 13 जनवरी को समन जारी किया। आठवां समन जारी होने के बाद सीएम सोरेन 20 जनवरी को पूछताछ के लिए तैयार हुए। एजेंसी ने उस दिन करीब सात घंटे तक सवाल-जवाब किया था।
22 जनवरी को एजेंसी ने नौवां समन जारी करते हुए झारखंड सीएम को 27 से 31 जनवरी तक अपना बयान दर्ज कराने को कहा। ईडी ने कहा कि 20 जनवरी को उनके बयान की रिकॉर्डिंग पूरी नहीं हुई थी, इसलिए मुख्यमंत्री को फिर से जांच में शामिल होने को कहा गया है। एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत उनका बयान दर्ज कर रही है।
क्या है जमीन घोटाला का पूरा मामला ?
आरोप है कि झारखंड में भू-माफिया द्वारा अवैध तरीके से 4.55 एकड़ जमीन के मालिकाना हक में बदलाव करके उसे हड़प लिया गया। ऐसा सरकारी दस्तावेज में छेड़छाड़ कर किया गया। ईडी इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। एजेंसी ने अब तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त का पद संभाल चुके हैं।