West Bengal ED Raid: ‘BJP और ED के खिलाफ FIR करूंगी’, मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के समर्थन में उतरीं ममता ने दिखाए तेवर

West Bengal ED Raid: यह छापेमारी कथित राशन घोटाले के सिलसिले में हुई है। मलिक ममता सरकार के दूसरे कार्यकाल में खाद्य मंत्री हुआ करते थे।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-26 10:24 GMT

ED Raid in West Bengal   (photo: social media )

West Bengal ED Raid: पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। जांच एजेंसी के निशाने पर अब राज्य सरकार के एक और प्रभावशाली मंत्री हैं। ईडी ने आज सुबह-सुबह वन एवं सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के आवास पर छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी कथित राशन घोटाले के सिलसिले में हुई है। मलिक ममता सरकार के दूसरे कार्यकाल में खाद्य मंत्री हुआ करते थे।

हाबरा विधानसभा सीट से तीसरी बार के तृणमुल कांग्रेस विधायक ज्योतिप्रिय मलिक का कद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2021 में घटा दिया था। उनसे खाद्य विभाग जैसा अहम विभाग लेकर वन विभाग दिया गया। बताया गया कि ममता उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं थीं। लेकिन इस साल सितंबर में मलिक का सियासी भाग्य फिर से चमक उठा और सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें वन विभाग के अलावा सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग भी दे दिया। बंगाल के सियासी हलकों में इसे ज्योतिप्रिय मलिक के पावर लॉबी में वापसी की तरह देखा गया।

मंत्री मलिक के समर्थन में आईं ममता

वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के समर्थन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुलकर मैदान में आ गई हैं। उन्होंने इस पर सख्त रूप अपनाते हुए कहा कि मलिक को हाई शुगर है, अगर उनकी मौत हुई तो वह भारतीय जनता पार्टी और ईडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगी। इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री डॉ. शशि पांजा ने भी ईडी की कार्रवाई पर बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने बीजेपी पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, जब से 2021 में भाजपा की यहां पर हार हुई है तबसे ये टारगेट पॉलिटिक्स कर रहे हैं। INDIA गठबंधन शुरू होने से भी टारगेट पॉलिटिक्स हो रही है क्योंकि इसे गठबंधन में ममता बनर्जी का एक खास रोल है।

गिरफ्तार कारोबारी की 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति

करोड़ों के पश्चिम बंगाल राशन वितरण घोटाले में पिछले दिनों ईडी ने कोलकाता के कारोबारी बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी को रहमान के बारे में बड़ी जानकारी हाथ लगी है। ईडी ने रहमान के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर पंजीकृत 95 संपत्तियों का पता लगाया है, जिसकी कीमत 100 करोड़ के आसपास है। कारोबारी से जब अधिकारियों ने इन संपत्तियों में निवेश किए गए धन के सोर्स के संबंध में पूछा तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया।

कारोबारी बकीबुर रहमान की जिन संपत्तियों के बारे में पता चला है, उनमें जमीन, फ्लैट, होटल, बार, रेस्तरां और चावल मिल शामिल हैं। कारोबारी के करीबियों के नाम पर राज्य में विभिन्न जगहों पर 51 एकड़ जमीन पंजीकृत है। खुद रहमान के नाम पर 7 हजार वर्गफुट के नौ आवासीय फ्लैट रजिस्टर्ड हैं। उसके पास तीन चावल मिल भी है। इसके अलावा दुबई में भी उसके दो हाई-एंड आवासीय फ्लैटों का पता चला है। माना जा रहा है कि बकीबुर रहमान से ही पूछताछ के आधार पर ही ईडी ने वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के दरवाजे पर दस्तक दी है।

टीएमसी के कई बड़े चेहरे मुश्किल में

पश्चिम बंगाल में प्रचंड जनादेश के साथ तीसरी बार सत्ता में वापसी करने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कई करीबी नेता विभिन्न घोटालों में केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर हैं। कुछ को तो जेल तक जाना पड़ा और ममता को उन्हें बाद में अपनी सरकार और पार्टी तक से निकालना पड़ा। इतनी ही नहीं इन घोटालों की आंच उनके घर तक भी पहुंच चुकी है। उनके भतीजे और टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी भी रूजिरा बनर्जी से भी कई दौर की पूछताछ केंद्रीय एजेंसियां कर चुकी हैं। अभिषेक बनर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला और पशु तस्करी मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। पिछले दिनों ईडी ने कोलकाता के मेयर और नगरीय निकाय मंत्री फिरहाद हाकिम के आवास पर भी छापेमारी की थी। ये कार्रवाई नगर निगम भर्ती घोटाले के संबंध में की गई थी। 

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