सुरक्षाबलों पर हमला: नक्सलियों ने बरसाई गोलियां, जवान शहीद
इसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की, लेकिन नक्सली भाग निकले।
एक ओर जहां पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है। वहीं दूसरी ओर नक्सली अपने हमले से बाज नहीं आ रहे हैं। पश्चिमी सिंहभूम जिले के कराईकेला थाना क्षेत्र के जोनोवा गांव में सर्च ऑपरेशन में गई पुलिस पर नक्सलियों के फायरिंग में चक्रधरपुर डीएसपी नाथू सिंह मीणा के बॉडीगार्ड लखिन्द्र मुंडा शहीद हो गए। जबकि एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है। जवान का शव और घायल ग्रामीण को चक्रधरपुर रेफरल लाया गया है. पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक नक्सली के भी मारे जाने की खबर है।
एसपी ने दी हमले की जानकारी
इसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की, लेकिन नक्सली भाग निकले। कोल्हान रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक राजीव रंजन सिंह ने घटना की पुष्टि की है। फिलहाल, इलाके में सर्च अभियान जारी है। चाईबासा के एसपी इंद्रजीत महथा ने कांस्टेबल के शहीद होने की पुष्टि करते हुए कहा- नक्सली ग्रामीणों के घरों में छिपे थे। सर्च अभियान के दौरान ग्रामीणों से पूछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। एसपी ने बताया कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के सदस्यों की गुप्त सूचना मिली थी।
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इसके बाद एक टीम का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व एडिशनल एसपी प्रणव आनंद झा, एएसपी चक्रधरपुर नाथूसिंह मीणा और सुरक्षाबलों की टीम कर रही थी। अभियान के दौरान कराईकेला के जोनवा गांव पार करते वक्त पहले से घात लगाए नक्सलियों द्वारा फायरिंग की गई। इस दौरान नक्सलियों ने ग्रामीणों और उनके घर की आड़ का उपयोग किया। इस दौरान लखिंद्र मंडल और स्पेशल पुलिस ऑफिसर सुंदर स्वरूप महतो को गोली लग गई।
नक्सलियों ने पहली बार ग्रामीणों के मकान को बनाया आड़
एसपी ने आगे बताया कि इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की लेकिन नक्सलियों ने गांव के बच्चों और महिलाओं का आड़ लिया। इसके चलते हमलोगों को जवाबी कार्रवाई के दौरान संतुलन बरतने की आवश्यकता महसूस हुई। हमारे लिए जनता की सुरक्षा सबसे पहले है। उन्होंने कहा कि तत्काल एक टीम बनाकर दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कई बार पुलिस की टीम ने सर्च अभियान के दौरान गांवों को पार किया है
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लेकिन ये पहली बार है जब नक्सलियों ने ग्रामीणों के मकान को आड़ बनाया है। पुलिस का अभियान लगातार जारी है। गौरतलब है कि इससे पहले भी गुरुवार को जिले के अति-नक्सल प्रभावित पोड़ाहाट जंगल के मनमारू पहाड़ी इलाके में सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवानों और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में पीएलएफआई के एरिया कमांडर चंपा सहित उसकी पत्नी और सेंकड मोदी नाम के चर्चित उग्रवादी को मार गिराया था।