Cash For Query Case: महुआ पर ED का शिकंजा, CBI की FIR के आधार पर जांच एजेंसी ने दर्ज किया केस
Cash For Query Case: तृणमूल कांग्रेस की सांसद रहते हुए महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है।
Cash For Query Case: तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने महुआ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। महुआ के खिलाफ पहले ही रिश्वत के बदले संसद में सवाल पूछने के मामले में सीबीआई की जांच चल रही है।
जानिए क्या है मामला
तृणमूल कांग्रेस की सांसद रहते हुए महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और दावा किया था कि ये सबूत वकील जय अनंत देहादराई द्वारा प्रदान किए गए थे।
निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने पत्र में कहा था कि उन्हें वकील और महुआ के पूर्व दोस्त जय अनंत का एक पत्र मिला है, जिसमें उन्होंने मोइत्रा और बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी के बीच सवाल पूछने के लिए रिश्वत के आदान-प्रदान के सबूत साझा किए हैं। इसी के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि मोइत्रा द्वारा संसद में पूछे गए कुल 61 में से लगभग 50 प्रश्न दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों को बचाने के लिए थे।
सीबीआई भी कर रही जांच
सूत्रों ने कहा कि इस मामले में कुछ अन्य विदेशी प्रेषण और धन के हस्तांतरण के अलावा एनआरई खाते से जुड़े लेनदेन एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। जांचकर्ता उनका बयान दर्ज करना चाहते हैं। मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है और लोकपाल भी उनके खिलाफ आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है। सीबीआई मामले के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की है।
ईडी ने 28 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया था
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) मामले में महुआ मोइत्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 28 मार्च को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन टीएमसी नेता ने 28 मार्च यानी गुरुवार को कृष्णनगर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार अभियान में शामिल होने की बात कही थी। इसके चलते वे ईडी के सामने पेश नहीं हुई थीं।