MCD Election 2022: दिल्ली में कांग्रेस के एकमात्र पूर्वांचली चेहरे महाबल मिश्रा ने छोड़ी पार्टी, आप में शामिल
MCD Election 2022: दिल्ली में 15 सालों लगातार सरकार चलाने वाली कांग्रेस पार्टी आज तीसरे स्थान पर खिसक चुकी है। पार्टी से कद्दावर नेताओं के पलायन का सिलसिला है।
MCD Election 2022: दिल्ली में 15 सालों तक लगातार सरकार चलाने वाली कांग्रेस पार्टी आज तीसरे स्थान पर खिसक चुकी है। पार्टी से कद्दावर नेताओं के पलायन का सिलसिला जारी है। दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी की सियासी फिजा ठंड के दस्तक देने के बावजूद गरमाई हुई है। चुनाव से पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए पार्टी के एकमात्र पूर्वांचली चेहरे महाबल मिश्रा को अपने पाले में कर लिया है।
पूर्व सांसद मिश्रा ने अपना सियासी सफर कांग्रेस से शुरू किया था और तकरीबन दो दशक से अधिक समय वहां गुजारा। इन दौरान उन्होंने पार्षद से लेकर सांसद तक का सफर तय किया। महाबल मिश्रा की पहचान दिल्ली में एक कद्दावर और बाहुबली नेता की रही है। वह विवादों में भी रह चुके हैं। बिहार से आने वाले मिश्रा की पूर्वांचली वोटरों पर खासी पकड़ मानी जाती है।
कौन हैं महाबल मिश्रा
31 जुलाई 1953 को बिहार के मधुबनी जिले में पैदा हुए महाबल मिश्रा ने विज्ञान संकाय से 12वीं की पढ़ाई की है। उनके पास मुजफ्फरपुर के एल.एस कॉलेज से ट्रांजिस्टर थ्योरी में डिप्लोमा की डिग्री भी है। उन्होंने 1966 में उर्मिला मिश्रा से शादी की और उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें 2 लड़के और 1 लड़की है।
पार्षद से सांसद तक का सफर
महाबल मिश्रा ने दिल्ली में अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत बतौर पार्षद के रूप में की थी। साल 1997 में डाबरी वार्ड से पार्षद बनने के बाद अगले ही साल दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें कांग्रेस की तरफ से नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मौका मिले और वे जीते भी। इसके बाद साल 2003 और 2008 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने नई दिल्ली की द्वारका सीट से चुनाव जीता था।
साल 2009 में यानी अगले ही साल पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से जीतकर वह संसद पहुंचे। हालांकि, इसके बाद 2014 और 2019 में उन्हें बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा से के हाथों शिकस्त झेलना पड़ा। ऐसे में माना जा रहा है कि साल 2024 में महाबल मिश्रा तीसरी बार प्रवेश वर्मा के सामने झाड़ू के सिंबल पर मैदान में होंगे।
बेटा पहले से आप विधायक
साल 2020 में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले जब बड़ी संख्या में कांग्रेस के विधायक और नेता आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे थे, उसी दौरान महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा ने भी पाला बदल लिया। आप ने उन्हें अपने पिता की सीट द्वारका से ही उम्मीदवार बनाया और वो जीत गए। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस ने महाबल मिश्रा को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने को लेकर निलंबित कर दिया था।