CM केजरीवाल ने की देश के सभी लोगों से कल एक दिन का उपवास रखने की अपील

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि यहां पर किसान आन्दोलन में बहुत से पूर्व सैनिक बैठे हुए हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करने के लिए अपनी जान की बाजी लगाई थी। क्या यह सभी लोग एंटी नेशनल हैं।

Update: 2020-12-13 13:00 GMT
पहले फेज में 51 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इनमें तीन लाख हेल्थ केयर वर्कर्स, छह लाख फ्रंट लाइन वर्कर जैसे पुलिस, सिविल डिफेंस और ऐसे लोग जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है, वे लोग भी शामिल हैं।

नई दिल्ली: केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आन्दोलन आज 18वें दिन भी जारी है। राजस्थान से बड़ी तादाद में ट्रैक्टर से किसानों ने दिल्ली के लिए कूच किया है।

किसानों ने हाइवे जाम करने की भी चेतावनी दी है। जिसे देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से तैयार हैं।

इस बीच आज दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने एलान किया है कि वो कल वो किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखेंगे। उन्होंने लोगों से भी उपवास रखने की अपील की है। डिजिटल कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा कि

सब लोग अपने घर मे एक दिन का उपवास रखें और किसानों की मांग का समर्थन करें।

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल (फोटो:सोशल मीडिया)

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देश का एक-एक आदमी कृषि कानूनों को समझ रहा है: केजरीवाल

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोई यह गलतफहमी में ना रहे की इस कानून के विरोध में केवल कुछ किसान हैं, जो धरने पर बैठे हुए हैं बल्कि देश का एक-एक आदमी इन कानूनों को समझ रहा है।

मेरी केंद्र सरकार के साथ गुजारिश है कि इन तीनों बिलों को रद्द किया जाए और एमएसपी पर किसानों की फसल खरीदने का बिल बनाया जाए।

उन्होंने ये कहा कि देश के कई खिलाड़ियों ने किसानों का समर्थन किया है, क्या वे एंटी नेशनल हैं? क्या देश के वकील, व्यापारी एंटी नेशनल हैं? अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान कांग्रेस की सरकार बदनाम करती थी, ठीक उसी तरह किसान आंदोलन को बीजेपी बदनाम कर रही है।

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अन्ना आन्दोलन के समय भी हुआ था ऐसा

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि जब हम अन्ना आंदोलन कर रहे थे तब रामलीला मैदान में आंदोलन हो रहा था तो हमारे खिलाफ भी ऐसे ही साजिश की जा रही थी।

कांग्रेस की तरह आज बीजेपी भी किसानों के आंदोलन को बदनाम करने कोशिश कर रही है। कड़े शब्दों में सीएम ने कहा कि इस देश के किसानों को anti-national कहने की हिम्मत मत करना।

तो क्या ये सभी लोग एंटी नेशनल हैं?

सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि यहां पर बहुत से पूर्व सैनिक बैठे हुए हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करने के लिए अपनी जान की बाजी लगाई थी। क्या यह सभी लोग एंटी नेशनल हैं।

ऐसे कितने ही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए नाम कमाया और मेडल जीतकर लाए, वो किसानों के साथ बैठे हैं, अपने-अपने घरों में बैठकर दुआएं भेज रहे हैं क्या यह सभी एंटी नेशनल हैं? कितने ही सिंगर और सेलिब्रिटी हैं जो किसानों के बच्चे हैं और किसानों के परिवार से आते हैं। यह सब लोग समर्थन कर रहे हैं, क्या यह सब लोग एंटी नेशनल हैं।

ऐसे तो महंगाई बहुत बढ़ जाएगी

उन्होंने ये भी कहा कि पहले अनाज के भंडारण की सीमा निर्धारित होती थी, जमाखोरी होने पर उसके खिलाफ एक्शन लिया। जमाखोरी करना अपराध माना जाता था क्योंकि इसकी वजह से लोगों को तमाम तरह की परेशानी होती थी।

अब सरकार जो कानून लाई है उसमें जमाखोरी करना अपराध नहीं माना जाएगा और कितनी भी जमाखोरी की जा सकती है। ऐसे में जिनके पास पैसा है वह लोग बहुत सारा अनाज स्टोर करके अपने पास रख लेंगे और महंगाई बहुत बढ़ जाएगी। ये ठीक नहीं है। सरकार को कृषि कानूनों पर विचार करने की जरूरत है।

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