Kisan Andolan Update: शंभू बॉर्डर पर आज फिर घमासान, किसानों और पुलिस के बीच झड़प, पंजाब में कल रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान

Kisan Andolan Update: पंजाब - हरियाणा सीमा पर आज भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बेकाबू हो रहे किसानों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-02-14 08:07 IST

Kisan Andolan Second day  (photo: social media )

Kisan Andolan Update: किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आज यानी बुधवार 14 फरवरी को दूसरा दिन है। पंजाब से निकले हजारों किसानों का जत्था कई ट्रैक्टर्स में सवार होकर राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने के लिए बेताब है। लेकिन उनके और दिल्ली के बीच हरियाणा पुलिस खड़ी है। हरियाणा पुलिस किसानों को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है। इस वजह से किसान अभी तक आगे बढ़ नहीं पाए। उन्हें हरियाणा में घुसने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। बेकाबू हो रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की ओर से टियर गैस के गोले दागे जा रहे हैं। 

पंजाब में रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान

किसानों का आंदोलन अब जोर पकड़ता जा रहा है। हरियाणा सीमा पर फंसे किसानों के समर्थन में पंजाब का सबसे बड़ा किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा के एक ऐलान ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। किसानों पर दागे जा रहे आंसू गैस के गोले के विरोध में संगठन की ओर से बुधवार को पंजाब में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान किया गया है। वहीं, हाल ही में भारत रत्न से सम्मानित किए गए कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन की बेटी ने कहा है कि अन्नदाताओं से अपराधियों की तरह व्यवहार नहीं करनी चाहिए।

किसानों से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने की अपील

पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर छिड़े घमासान के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एकबार फिर किसानों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है। किसान संगठनों को यह बता समझना जरूरी है कि जिस कानून के बारे में बात की जा रही है, उसके बारे में मौजूदा तरीके से कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है। सरकार बिना सोचे समझे ऐसा कोई कदम नहीं उठा सकती, जिसके को लेकर बाद के दिनों में लोग आलोचना करने लगे। अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि एमएसपी की गारंटी देने के लिए उनको किसी ने रोका नहीं था, वो लंबे समय तक सरकार में रहे हैं।

अनिल विज ने किसानों की मंशा पर उठा दिया सवाल

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के मंशे पर ही सवाल उठा दिया है। उन्होंने कहा कि वे केंद्र सरकार से बात करना चाहते थे, केंद्र यहां तक (चंडीगढ़) उनसे बात करने आई। दो दौर की बातचीत हो चुकी है और आगे की बातचीत से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। इसके बावजूद वे दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं, वे दिल्ली क्यों जाना चाहते हैं? ऐसा लगता है कि उनका कोई और मकसद है। हम शांति भंग नहीं होने देंगे, उन्हें अपना कॉल वापस लेना चाहिए।

घायल किसानों से राहुल गांधी ने बात की

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर पुलिल की कार्रवाई में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी किसान से फोन पर बातचीत की। पंजाब कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह राजा वडिंग ने राजपुरा स्थित अस्पताल का दौरा कर वहां इलाजरत किसानों से बातचीत की। इसी दौरान उन्होंने घायल किसान गुरमीत सिंह की बात राहुल गांधी से कराई। इस दौरान कांग्रेस नेता ने किसानों के आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।

बता दें कि शंभू, जिंद और खनौरी बॉर्डर पर जंग जैसे हालात बने हुए है। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि किसान हर हाल में दिल्ली तक जाएंगे। पंजाब से आए किसानों ने रात हरियाणा सीमा पर बिताई। एक तरफ जहां हरियाणा पुलिस पूरे बंदोबस्त के साथ डटी हुई है। वही, दूसरी ओर 800 ट्रालियों में छह महीने का राशन लेकर पहुंचे किसान डटे हुए हैं। पंजाब से किसानों के आने का सिलसिला जारी है। 

पुलिस – किसानों के बीच हुई भीषण झड़प

मंगलवार को पंजाब से किसानों का पहला जत्था अंबाला स्थित शंभू बॉर्डर (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर पहुंचा। पंजाब पुलिस की ओर से कोई रोक-टोक न होने के कारण किसान आसानी से हरियाणा बॉर्डर तक पहुंच गए। यहां हरियाणा पुलिस की ओर से जबरदस्त बैरिकेडिंग की गई थी। सीनियर पुलिस अधिकारियों ने पहले किसानों से बातचीत कर उन्हें आगे न बढ़ने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी और स्थिति अचानक बेकाबू हो गई।

प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग को तहस-नहस कर दिया। पुलिस की ओर से उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। किसानों की ओर से भी उन पर पथराव किया गया। जिससे पूरा इलाका जंग के मैदान में तब्दील हो गया। पुलिस ने सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों को पकड़ अस्थायी जेल में डाल दिया। इस झड़प में दोनों पक्षों के लोग घायल हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शंभू बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई में 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

इनमें किसान और मीडियाकर्मी भी शामिल है। एक निजी टेलीविजन चैनल का पत्रकार लाइव रिपोर्टिंग करने के दौरान जख्मी हो गया। वहीं, प्रदर्शनकारी किसानों के पथराव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इन पुलिसकर्मियों में 15 पुलिसकर्मी शम्भू बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान घायल हुए जबकि 9 पुलिसकर्मी दाता सिंह बॉर्डर जींद में घायल हुए हैं। घायलों में डीएसपी रैंक के एक अधिकारी भी शामिल हैं। हरियाणा सरकार तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सात जिलों में इंटरनेट बैन को दो दिन के लिए और बढ़ा दिया है।

पुलिस के साथ झड़प पर क्या बोले किसान नेता

शंभू बॉर्डर पर पुलिस के साथ हुए झड़प पर किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने कहा, भारत के इतिहास में आज का दिन काला दिन है। जिस तरह से मोदी सरकार ने किसानों और खेतिहर मजदूरों पर हमला किया है, वह शर्मनाक है। हम आज भी कहते हैं हम देश के किसान और मजदूर हैं और हम कोई लड़ाई नहीं चाहते। सरकार बस हमारी मांगें पूरी कर दें।

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