प्रभावी फीडबैक सिस्टम से किसी भी संस्थान में टूवे कम्यूनिकेशन को मिलता है बढ़ावा
नई दिल्ली : संवाद मुश्किल से मुश्किल समस्या का हल हो सकता है अगर उसे प्रभावी ढंग से तैयार किया जाए प्रभावी फीडबैक सिस्टम से किसी भी संस्थान में टूवे कम्यूनिकेशन को बढ़ावा मिलता है। कई ऐसे उदाहरण हैं, जहां फीडबैक केआधार पर कंपनी ने अपनी खामियों को दूर किया है।
पहचान न करे उजागर
आपको फीडबैक सिस्टम इस तरह से तैयार करना चाहिए कि कोई भी कर्मचारी बेधडक़ कंपनी के बारे में बोल सके और उसकी पहचान भी बताई न जाये। साथ ही कर्मचारी को सवाल पूछने की भी पूरी छूट हो। इससे कंपनी अंदरूनीस्तर पर खुद में सुधार कर सकेगी।
पारदर्शिता रखें कंपनी के एम्प्लॉइज को यह भरोसा होना चाहिए कि उनकी आवाज़ उनके मुद्दे सुने जायेंगे. उन्हें यह भी यकीन हो कि उनके द्वारा दिया गया फीडबैक सही जगह पर पहुंचेगा और उसका असर भी पड़ेगा।याद रखिये अगर आपकाविश्वास पक्का है और वहां पारदर्शिता है तो आपका फीडबैक सिस्टम बेहतर माना जायेगा.
सबको सम्मान दें
अगर आप अपनी कंपनी के एम्प्लॉइज को उनके बेहतरीन काम के लिए सम्मानित करते हैं तो वे और बेहतर रिजल्ट्स देने के लिए काम करेंगे। उनका हौसला बढ़ेगा और वे सेल्फ मोटिवेटेड महसूस करेंगे. इसलिए समय-समयपर कर्मचारियों के लिए अचीवमेंट अवार्ड का आयोजन करते रहना चाहिए.
रचनात्मक हो फीडबैक प्रणाली
आप फीडबैक प्राप्त करने के लिए कुछ क्रिएटिव आइडियाज की मदद ले सकते हैं। जैसे कोई कॉफी टेबल सेशन्स, या नई ईयर पार्टी का आयोजन। असल में ऐसे आयोजनों में मालिकों और कर्मचारियों के बीच अनौपचारिक बातें होनेकी संभावना बढ़ जाती है। इस तरह फीडबैक भी मिल जाता और ऑफिस का माहौल भी हेल्दी हो जाता है।
विश्लेषण करें और फिर बताएं
जब आप एम्प्लॉइज से फीडबैक ले लें तो इसका सही तरह से विश्लेषण करें और इसके आधार पर प्रभावी कदम उठाएं। कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाएं कि आप उनकी बातों को सुनते हैं और उनके मुताबिक कदम उठाते हैं।