‘जय श्री राम’ का नारा लगाना मौलिक अधिकार घोषित करने की मांग वाली याचिका दायर

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उस याचिका पर सुनवाई स्थगित की जिसमें पश्चिम बंगाल में ‘‘जय श्री राम’’ नारा लगाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर हस्तक्षेप की मांग की गई थी।

Update: 2019-06-14 17:31 GMT

कोलकाता: कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उस याचिका पर सुनवाई स्थगित की जिसमें पश्चिम बंगाल में ‘‘जय श्री राम’’ नारा लगाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर हस्तक्षेप की मांग की गई थी।

मुख्य न्यायाधीश टी बी एन राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के सामने जनहित याचिका दायर करते हुए याचिकाकर्ता ने अनुरोध किया कि ‘जय श्री राम’ नारा लगाना नागरिकों का मौलिक अधिकार घोषित होना चाहिए।

मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए याचिकाकर्ता वकील पार्थ घोष ने अनुरोध किया कि भगवान राम का नारा लगाने वालों या उनकी पूजा करने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। तत्काल हस्तक्षेप से इंकार करते हुए खंडपीठ ने मामले को चार हफ्ते के बाद सुनवाई के लिए रख दिया।

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