Bihar : बिहार में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला सामने आया, जांच के लिए NIB पुणे भेजा जाएगा सैंपल

Monkeypox in Bihar: मंगलवार सुबह पटना सिटी इलाके में एक शख्स में मंकीपॉक्स का लक्षण दिखा। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। फौरन स्वास्थ्य विभाग की टीम को इसकी सूचना दी गई।

Newstrack :  Network
Update:2022-07-26 15:15 IST

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Monkeypox In Bihar : बिहार (Bihar) में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का पहला संदिग्ध केस सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) ने सतर्कता बरतते हुए मरीज के सैंपल को करने का जिम्मा पीएमसीएच (PMCH) को सौंपा है। पीएमसीएच में मरीज का सैंपल लिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह पटना सिटी (Patna City) इलाके में एक शख्स में मंकीपॉक्स का लक्षण दिखा। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। फौरन स्वास्थ्य विभाग की टीम को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद टीम संदिग्ध मरीज की जांच में जुट गई है।

राजधानी पटना में जब मंगलवार को मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला सामने आया तो स्वास्थ्य विभाग ने चार टीमें गठित की। वहीं, मंकीपॉक्स की जांच के लिए संदिग्ध के सैंपल को NIB पुणे भेजा जाएगा। बता दें कि, पुणे के लैब में ही मंकीपॉक्स वायरस की जांच सुविधाएं उपलब्ध हैं।   

बता दें कि, बिहार में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक मरीज मिला था। इसके बाद केंद्र सरकार की और से सभी चिकित्सा प्रभारी को गाइड लाइन (Monkeypox Guideline) भेजी गई है। जिसमें कहा गया है कि मंकीपॉक्स का लक्षण मिलने पर फौरन उसका सैंपल कलेक्ट करें और जांच के लिए भेजें।

बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश में कहा गया है कि, 'मंगलवार को सभी डॉक्टर, आशा और एएनएम को मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में बताया जाए। जिससे वे लोगों को इसके प्रति जागरूक कर सकें। इसके बाद, किसी मरीज में लक्षण मिले तो ANM या आशा को वह तुरंत इसकी सूचना दें, जो अपने वरीय अधिकारी को सूचित करेंगे।

हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, मंकीपॉक्स के फैलने की मुख्य वजह चूहा या गिलहरी को माना जाता है। इंसान के बॉडी फ्लुइड या यौन संपर्क से एक-दूसरे को इसका संक्रमण लग सकता है। इसके अतिरिक्त संक्रमित के कपड़े के इस्तेमाल से भी संक्रमण हो सकता है। लंबे समय तक पीड़ित व्यक्ति के साथ रहने पर भी संक्रमण हो सकता है।  

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