सहारनपुर: करीब एक साल पहले एक सड़क हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति कोमा में जा चुका है। परिवार का वह इकलौता कमाऊ शख्स था इसलिए अब परिवार के सामने आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। इसी समस्या को देखते हुए परिवार की नन्हीं सी बेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र को एक भावुक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में बेटी ने पीएम मोदी से अपने पिता के बेहतर इलाज और जान जाने की गुहार लगाई है।
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ऐसे हुआ हादसा
मामला जिले के गंगोह ब्लॉक के गांव अलीपुरा का है। गांव निवासी अरुण फोटोग्राफर था। करीब एक साल पहले वह बाइक से घर लौट रहा था। इसी दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में उसे गंभीर चोटें आई। इलाज के दौरान वह वह कोमा में चला गया। परिवार में वह ही इकलौता कमाने वाला शख्स था।
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पिता और भाई मजदूरी कर करते हैं भरण-पोषण
जिस दुर्घटना में अरुण घायल हुआ उससे 15 दिन पूर्व ही उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था। इससे पहले उसकी 5 साल की बेटी ईशु है। अरुण के पिता और भाई मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। एक बहन है जिसकी अभी शादी नहीं हुई है।
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साल भर इलाज के बाद भी नहीं सुधरी हालत
दुर्घटना के बाद अरुण की पत्नी ने जगाधरी, हरियाणा में उसका इलाज कराया। लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए उसे वहां से पीजीआई चंडीगढ रेफर कर दिया गया। करीब एक साल तक चले उपचार के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इस दौरान सारी जमा पूंजी भी खत्म हो गई। थक-हारकर अरुण के परिजन उसे वापस घर ले आए।
पत्र में लिखा परिवार की बेबसी
अरुण की बेटी ईशु से अपने पिता की हालत और मां की बेबसी देखी नहीं गई। आखिरकार, उसने परिवार की बेहद खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उसने पीएम से अपने पिता के बेहतर इलाज कराने का आग्रह किया है। पत्र में बच्ची ने एक साल से कोमा में पड़े पिता के लिए मदद की गुहार लगाई है। पत्र में बच्ची ने बताया कि पिता के इलाज में सारे पैसे खर्च हो चुके हैं। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि पिता का इलाज कराना तो दूर घर में खाने के लिए भी कुछ नहीं है।
अपने इस पत्र पर ईशु कहती है उसे पूरा विश्वास है कि मोदी जी उसके पत्र का संज्ञान लेंगे और उसकी अवश्य मदद करेंगे।