Sushil Kumar Modi:बिहार में BJP को मजबूत बनाने में सुशील मोदी की बड़ी भूमिका, नीतीश के साथ चर्चित रही उनकी जोड़ी
Sushil Modi Passes Away: कैंसर से पीड़ित सुशील मोदी का सोमवार देर रात इलाज के दौरान निधन हो गया।
Sushil Modi Political Career: बिहार में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का आज निधन हो गया। 72 वर्षीय सुशील मोदी कैंसर से पीड़ित थे और उनका एम्स में इलाज चल रहा था मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका। बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में सुशील मोदी के निधन की जानकारी दी। सुशील मोदी का निधन बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।
बिहार में भाजपा को मजबूत बनाने में सुशील मोदी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। बिहार की सियासत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी जोड़ी काफी चर्चित रही। दोनों नेताओं ने काफी समय तक सरकार में एक साथ क्रमश: सीएम और डिप्टी सीएम के रूप में काम किया। हालांकि 2020 में नीतीश कुमार चाह कर भी उन्हें अपना डिप्टी सीएम नहीं बना सके थे। छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले सुशील कुमार मोदी ने बिहार की सियासत में काफी बुलंदी हासिल की।
छात्र राजनीति से हुई शुरुआत
सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी, 1952 को पटना जिले में एक मारवाड़ी (वैश्य बनिया) परिवार में हुआ। बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि सुशील मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आजीवन सदस्य रहे। जेपी आंदोलन में विद्यार्थी नेता के रूप में उभरे सुशील मोदी ने राजनीति में करीब पांच दशक से अधिक का लंबा सफर तय किया।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी राजनीति में सक्रियता के साथ सोशल मीडिया में अपनी उपस्थिति बराबर बनाए रखते थे। वे छात्र जीवन में राजनीतिक मैदान में कूद पड़े थे। सबसे पहले वे 1971 में पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पांच सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य चुने गए।
मोदी थे महामंत्री और लालू थे छात्रसंघ अध्यक्ष
मोदी 1973-1977 में पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के महामंत्री रहे। मजे की बात तो यह है कि उसी वर्ष लालू प्रसाद यादव अध्यक्ष और रविशंकर प्रसाद संयुक्त सचिव चुने गये थे। मोदी छात्र जीवन से एक आंदोलनकारी की भूमिका निभाते रहे हैं।
1972 में मोदी पहली बार छात्र आंदोलन के दौरान पांच दिन जेल में रहे। जेपी आंदोलन एवं आपातकाल के दौरान उन्हें पांच बार जेल की हवा खानी पड़ी। आपातकाल के 19 महीने की जेल यात्रा को मिलाकार मोदी 24 महीने जेल में रहे। छात्र आंदोलन और सियासी मैदान में सक्रिय होने के कारण उन्हें पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी थी।
भाजपा में कई महत्वपूर्ण पद संभाले
भारतीय जनता पार्टी में मोदी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। वे 1995 में भाजपा विधानमंडल के मुख्य सचेतक निर्वाचित हुए और उसी वर्ष उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय मंत्री भी बनाया गया। वर्ष 2004 में मोदी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने और 2005 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
मोदी वर्ष 2000 में बिहार के संसदीय कार्य मंत्री बने और 2005 में लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बिहार विधानपरिषद के सदस्य बने। 2012 में मोदी दूसरी बार बिहार विधानसभा के सदस्य बने। 2005 में मोदी पहली बार बिहार के उपमुख्यमंत्री बने।
गठबंधन तोडऩे में बड़ी भूमिका
बिहार में 2017 में लालू व नीतीश का महागठबंधन तोडऩे में सुशील मोदी की बड़ी भूमिका रही। लालू के बेटे तेजस्वी यादव व परिवार के अन्य सदस्यों की अवैध कमाई का भंडाफोड़ कर उन्होंने बिहार की राजनीति में राजनीतिक भूचाल खड़ा कर दिया। उनके खुलासों के बाद ही लालू के परिजनों के ठिकानों पर छापों व पूछताछ की शुरुआत हुई।
इन खुलासों से लालू का परिवार बड़ी राजनीतिक मुश्किल में फंस गया और तेजस्वी यादव के पद से इस्तीफा न देने की परिणति आखिरकार महागठबंधन टूटने के रूप में सामने आई थी। इस नजरिये से मोदी ही इस पूरे राजनीतिक घटनाक्रम के स्क्रिप्ट राइटर माने जाते थे।
हालांकि बाद में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारते हुए राजद के साथ हाथ मिला लिया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था मगर बाद में उन्होंने लालू के साथ मिलकर एक बार फिर भाजपा को झटका दिया था। वैसे मौजूदा लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश एक बार फिर राजद को छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे।
सुशील मोदी ने किया था प्रेम विवाह
वैसे यदि सुशील मोदी के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने ईसाई धर्म की डॉ जेसी से अंतरधार्मिक प्रेम विवाह किया। दोनों की पहली मुकालात ट्रेन में हुई थी। जेसी पेशे से प्रोफेसर हैं और वर्तमान में पटना विश्वविद्यालय के वीमेन्स ट्रेनिंग कॉलेज में प्राचार्य हैं।
सुशील मोदी और जेसी के दो बेटे हैं। इनका नाम उत्कर्ष तथागत और अक्षय अमृतांक्षु है। दोनों ही बेटे राजनीतिक लाइमलाइट से दूर रहते हैं। अन्य राजनेताओं की तरह सुशील कुमार मोदी ने अपने बेटों को राजनीति के मैदान में नहीं उतारा।
सुशील मोदी का जीवन परिचय
जन्म: 5 जनवरी, 1952
निधन:13 मई,2024
पिता: स्व. मोती लाल मोदी
माता: स्व रत्ना देवी
पत्नी: प्रो डॉ. जेसी सुशील मोदी, प्राचार्य, वीमेन्स ट्रेनिंग कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय
शिक्षा: पटना साइंस कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय से स्नातक।