J&K: LoC के पास हिमस्खलन में दो जवानों के शव मिले, एक की तलाश जारी

उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे गुरेज और नौगाम सेक्टर में सरहद की हिफाजत करते हुए हिमस्खलन की चपेट में आए 3 जवानों में से दो सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर सोमवार को मिल गए। अभी भी लापता दो अन्य जवानों की तलाश जारी है।

Update:2017-12-19 16:43 IST

श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे गुरेज और नौगाम सेक्टर में सरहद की हिफाजत करते हुए हिमस्खलन की चपेट में आए 3 जवानों में से दो सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर सोमवार को मिल गए है। अभी भी लापता एक जवान की तलाश जारी है।

गौरतलब है कि उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर के बगतूर इलाके में 10 दिसंबर को भारी हिमपात कि चपेट में 36 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन जवान आ गए थे। भारी हिमस्खलन में वह लापता हो गए थे। मौसम के ठीक होते ही सेना की ओर से तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। तलाशी अभियान में अत्याधुनिक सेंसरों और खोजी कुत्तो का इस्तेमाल किया गया।

तलाश अभियान जारी

बता दे कि सोमवार दोपहर तीन जवानों में से दो जवानों के पार्थिव शरीर जो बर्फ में दबे थे उन्हें ढूंढ निकाला गया। इन जवानों के साथ इनके हथियार भी बरामद कर लिए गए। जिन दो जवानों के शरीर मिले हैं उनमें से एक राइफलमैन शिव सिंह और दूसरे लांस नायक एमएन प्रमाणिक हैं। वहीं तीसरे जवान राइफलमैन मूर्थी एन की तलाश अभी भी जारी है। दोनों शहीदों के पार्थिव शारीर मंगलवार तक पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके परिवारजनों को सौपने का अनुमान है।दूसरी तरफ नौगाम में जो अन्य जवान लापता हुए थे उनमें से एक जवान कौशल सिंह जो कि साम्बा जिले के रहने वाले हैं, का पार्थिव शरीर दो दिन पहले ही मिल गया था। लेकिन हिमाचल के रहने वाले शम्मी के लिए तलाशी अभियान जारी है।

पहले भी कई सैनिक दबे

ये कोई पहला अवसर नहीं है जब हमारे जवानों को हिमस्खलन के चलते अपने प्राणों को खोना पड़ा हो। आपको याद ही होगा सियाचीन में 2016 में हुए हिमस्खलन में 19 मद्रास पोस्ट पर तैनात सभी 10 सैनिक दब गए थे। जिसमें एक जवान लांस नायक हनुमंथप्पा 35 फीट मोटी बर्फ में दबे थे, जिन्हें जिंदा बाहर निकाला गया था। मगर काफी इलाज के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका था।

 

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