G20 Summit 2023: पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ से निभाया अपना वादा,बाली सम्मेलन में दिया था आश्वासन,विदेश मंत्री जयशंकर का खुलासा
G20 Summit 2023: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुलासा किया है कि दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी संघ के साथ किया गया अपना वादा निभाया है। पिछले साल बाली सम्मेलन के दौरान भी यह मुद्दा उठा था और उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने खुद के जी-20 का अध्यक्ष बनने पर इस दिशा में कदम उठाने की बात कही थी।
G20 Summit 2023: जी 20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा काम कर दिखाया जिसकी अंतरराष्ट्रीय जगत में खूब चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष पहल पर अफ्रीकी संघ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह का नया स्थायी सदस्य बन गया है। जी 20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आशय का प्रस्ताव पेश किया था जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया।
अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुलासा किया है कि दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी संघ के साथ किया गया अपना वादा निभाया है। पिछले साल बाली सम्मेलन के दौरान भी यह मुद्दा उठा था और उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने खुद के जी-20 का अध्यक्ष बनने पर इस दिशा में कदम उठाने की बात कही थी। अब दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने अपना वादा पूरा कर दिखाया है।
बाली सम्मेलन में पीएम मोदी ने किया था वादा
दरअसल जी 20 शिखर सम्मेलन पिछले साल बाली में आयोजित किया गया था। उस समय सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सॉल अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने अफ्रीकी संघ को जी 20 में शामिल किए जाने का अनुरोध किया था। उनका कहना था कि इससे अफ्रीकी देशों को भी एक बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच से जुड़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा भी की थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष को आश्वासन दिया था कि भारत के जी 20 का अध्यक्ष बनने पर निश्चित रूप से इस काम को पूरा किया जाएगा। विदेश मंत्री ने कहा कि दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बाली में किया गया अपना वादा पूरा कर दिखाया है। विदेश मंत्री ने कहा कि यही पीएम मोदी की गारंटी है कि वे जो भी वादा करते हैं, उसे पूरा करके जरूर दिखाते हैं।
वादा निभाने के लिए पहले से ही सक्रियता
अफ्रीकी संघ को जी-20 में शामिल करने के लिए मोदी पीएम मोदी पहले से ही सक्रिय बने हुए थे। जी 20 के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल जून महीने के दौरान जी-20 के सभी नेताओं को पत्र लिखकर अफ्रीकी संघ को समूह में पूर्ण सदस्यता देने की मजबूत वकालत की थी।
अभी तक जी-20 में पूरे अफ्रीकी महाद्वीप से केवल एक ही सदस्य देश दक्षिण अफ्रीका शामिल था। पीएम मोदी का मानना था कि अफ्रीकी संघ को जोड़ने से अन्य देशों को भी जी-20 से जुड़ाव का एहसास होगा। प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल ने दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान रंग दिखाया और शनिवार को जब उन्होंने इस आशय का प्रस्ताव पेश किया तो सभी सदस्य देशों की ओर से उन्हें समर्थन हासिल हुआ।
मोदी के प्रस्ताव को मिला सभी देशों का समर्थन
शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पृथ्वी के भविष्य के लिए कोई योजना सबके प्रतिनिधित्व और मान्यता के बिना सफल नहीं हो सकती। अफ्रीका भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता रहा है और यह वैश्विक मामलों में उन लोगों को शामिल करने के लिए काम करता है जिनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने 'सबका साथ' के भाव के साथ अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्यता देने का प्रस्ताव रखा था।
प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अजाली असौमानी से उच्च मंच पर अन्य नेताओं के साथ आसन ग्रहण करने का अनुरोध किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें स्थायी सदस्यों के बीच उनकी सीट तक पहुंचाया। असौमानी ने स्थान ग्रहण करने से पहले पीएम मोदी से हाथ मिलाया और उन्हें गले लगाया। पीएम मोदी की ओर से की गई इस ठोस पहल की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब चर्या हो रही है।