अभी-अभी यहां हुआ खतरनाक गैस का रिसाव, कई लोग आये चपेट में, मची भगदड़

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई स्टील प्लांट में भीषण गैस रिसाव हुआ है। गैस निकलता देख मौके पर भगदड़ मच गई। लोग इधर उधर भागने लगे। इस तरह गैस की चपेट में कई लोग आ गये।

Update:2020-01-03 14:32 IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई स्टील प्लांट में भीषण गैस रिसाव हुआ है। गैस निकलता देख मौके पर भगदड़ मच गई। लोग इधर उधर भागने लगे। गैस की चपेट में कई लोग आ गये। आधा दर्जन लोगों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज अभी भी जारी है। पीड़ितों में शामिल डीजीएम राजेश कुमार भी अस्पताल में भर्ती है।

जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर रात लगभग पौने दो बजे ब्लास्ट फर्नेस नंबर आठ में गैस रिसाव हुआ। जिससे यहां काम कर रहे छह कर्मचारी बुरी तरह प्रभावित हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया।

ये भी पढ़ें...अमोनिया गैस सिलेंडर में ब्लास्ट, ढही कोल्ड स्टोरेज की इमारत, 30 लोगों के दबे होने की खबर

अधिकारियों और कर्मचारियों की सूझबूझ और सक्रियता के चलते यहां बड़ा हादसा होने से बच गया। यदि समय पर गैस रिसाव पर काबू नहीं पाया गया होता तो ब्लास्ट फर्नेस में आग भी लग सकती थी।

खबरों के अनुसार, ब्लास्ट फर्नेस नंबर आठ में इस्पात के उत्पादन के दौरान गैस का प्रेशर बन गया जिस वजह से पाइप लाइन में गैस रिवर्स हुई और फिर रिसाव हो गया। दरअसल, लाइन में रिसाव से बचने के लिए कई पाइंट पर यू सील लगी हुई है ये अपने आप खुल गए थे, जिस कारण कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए।

बता दें कि इससे पहले भी भिलाई स्टील प्लांट में हादसा हुआ था, इससे पहले नौ अक्तूबर, 2018 को भिलाई स्टील प्लांट में हादसा हुआ था। प्लांट के कोक ओवन की बैटरी क्रमांक 11 की गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट हुआ था। इस हादसे में 14 कर्मचारियों की मौत हो गई थी।

ये भी पढ़ें...अभी-अभी यहां हुआ भीषण ब्लास्ट, तास के पत्तों की तरह बिखरे मकान, कई लोग दबे

भोपाल गैस त्रासदी में गई थी हजारों लोगों की जान

1984 में 3 दिंसबर की उस रात मौत ने हजारों लोगों को दबे पांव अपने आगोश में ले लिया। भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड के कारखाने से जहरीली गैस रिसाव से समूचे शहर में मौत का तांडव मच गया। जानें आज भी दिलों को दहलाने वाले इस हादसे से जुड़ी अहम बातें:

1. यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के पेस्टिसाइड प्लांलट में गैस रिसने से हादसा हुआ।

2. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस लापरवाही की वजह से 5 लाख 58 हजार 125 लोग मिथाइल आइसोसाइनेट गैस और दूसरे जहरीले रसायनों के रिसाव की चपेट में आ गए, इस हादसे में तकरीबन 25 हजार लोगों की जान गई।

3. इस त्रासदी के बाद यूनियन कार्बाइड के मुख्यो प्रबंध अधिकारी वॉरेन एंडरसन रातोंरात भारत छोड़कर अपने देश अमेरिका रवाना हो गए थे।

4. त्रासदी के बाद भोपाल में जिन बच्चों ने जन्म लिया उनमें से कई विकलांग पैदा हुए तो कई किसी और बीमारी के साथ इस दुनिया में आए. यह भयावह सिलसिला अभी भी जारी है और बच्चे यहां कई असामान्य ताओं के साथ पैदा हो रहे हैं।

5. 7 जून, 2010 को आए स्थानीय अदालत के फैसले में आरोपियों को दो-दो साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सभी आरोपी जमानत पर रिहा भी कर दिए गए।

6. यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के तत्कालीन मुखिया और इस त्रासदी के मुख्य आरोपी वॉरेन एंडरसन की भी मौत 29 सिंतबर 2014 को हो चुकी है।

7. इस हादसे पर 2014 में फिल्मन 'भोपाल ए प्रेयर ऑफ रेन' का निर्माण किया गया।

ये भी पढ़ें...भोपाल गैस त्रासदी: हजारों लोगों की गई थी जान, आज भी कई बच्चे हैं विकलांग

 

Tags:    

Similar News