Ghulam Nabi Azad Attacks Rahul Gandhi: बताया सिर्फ धरना देने वाला चेहरा, संगठन को मजबूत बनाने का दम नहीं
Ghulam Nabi Azad Attacks राहुल ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए अभी तक कोई ठोस प्रयास नहीं किए हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देते समय भी आजाद ने राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
Ghulam Nabi Azad Attacks: कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से सिर्फ रैलियों और धरने में पार्टी का अच्छा चेहरा हो सकते हैं मगर उनमें संगठन को मजबूत बनाने की क्षमता और ताकत नहीं है। उन्होंने संगठन को मजबूत बनाने के लिए अभी तक कोई ठोस प्रयास नहीं किए हैं। पिछले शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा देते समय भी आजाद ने राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए अपने पांच पन्ने के इस्तीफे में उन्होंने राहुल गांधी पर पार्टी को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि 2013 में राहुल के उपाध्यक्ष बनने के बाद वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की गई और चाटुकारों की मंडली फैसले लेने लगी।
कांग्रेस नेताओं के बयानों का जवाब देना जरूरी
आजाद ने कहा कि राहुल गांधी का चेहरा रैलियों और धरनों के लिए तो अच्छा हो सकता है मगर वे संगठन के लिए किसी काम के नहीं है। एक मैगजीन से बातचीत के दौरान आजाद ने कहा कि जब मुझसे कांग्रेस की कमजोरी के बारे में पूछा जाएगा तो मुझे राहुल गांधी को ही जिम्मेदार बताना पड़ेगा। इसका कारण यह है कि उन्होंने संगठन को मजबूत बनाने के लिए गंभीरता से कभी कोई प्रयास ही नहीं किया। इसी कारण मैंने कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे गए इस्तीफे में अपनी बात पूरी तरह स्पष्ट तौर पर लिखी थी। मेरा मतलब इस्तीफे में सच्चाई को पूरी तरह उजागर करके कांग्रेस से अलग हो जाना था। मेरे इस्तीफे के बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं ने उल्टे सीधे बयान देकर मुझे उकसाने की कोशिश की। इसलिए कुछ बातों का जवाब देना भी जरूरी है।
कांग्रेस की हालत के बारे में सबको जानकारी
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कई बार केंद्रीय मंत्री रह चुके आजाद ने कहा कि कांग्रेस में सबको पता है कि पार्टी में फैसले कैसे लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत यह हो गई है कि वहां फैसले सिक्योरिटी गार्ड्स,पीए और चाटुकार मंडली की ओर से लिए जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पार्टी की हालत के बारे में सहज ही कल्पना की जा सकती है। 2019 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि राहुल उस समय चौकीदार चोर है का नारा दिया था मगर मैंने राहुल के इस एजेंडे का समर्थन नहीं किया था। आजाद ने सोमवार को भी एक बयान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उनका कहना था कि मैं मोदी को कठोर समझता था क्योंकि उनका परिवार नहीं है मगर उन्होंने इंसानियत दिखाई।
भाजपा से तालमेल की योजना नहीं
कांग्रेस के साथ लंबी सियासी पारी खेलने वाले आजाद जल्द ही अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर में उनके समर्थक इसे लेकर सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आजाद 4 सितंबर को पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचेंगे। इस दौरान वे अपने उन समर्थकों के साथ बैठक करेंगे जिन्होंने उनके समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। घाटी में आजाद के करीबियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में आजाद को सीएम पद का चेहरा बनाया जाएगा। अपनी भविष्य की सियासी योजनाओं का खुलासा करते हुए आजाद ने कहा कि उनकी भाजपा के साथ तालमेल करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता ही कांग्रेस मुक्त भारत का एजेंडा पूरा करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा एजेंडा नहीं रहा है। अगर यह मेरा एजेंडा होता तो मैं लंबे समय से कांग्रेस में बदलाव की मांग नहीं करता। उन्होंने कहा कि मेरा रिमोट कंट्रोल मेरे पास है और सच्चाई तो यह है कि जो मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत का एजेंडा पूरा कर रहे हैं, वे मोदी से मिले हुए हैं।