बनेगा करोड़ों का भव्य मंदिर: दिखेगा ऐसा कि देखती रह जाएगी पूरी दुनिया

आंध्र प्रदेश तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर को अब दूसरी जगह बनाने की योजना है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट की नई योजना के मुताबिक, ट्रस्ट मुताबिक देशभर के पिछड़े और आदिवासी इलाकों में तिरुपति मंदिरों का निर्माण करेगी।

Update: 2020-01-12 06:30 GMT
बनेगा करोड़ों का भव्य मंदिर: दिखेगा ऐसा कि देखती रह जाएगी पूरी दुनिया

भोपाल: आंध्र प्रदेश तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर को अब दूसरी जगह बनाने की योजना है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट की नई योजना के मुताबिक, ट्रस्ट मुताबिक देशभर के पिछड़े और आदिवासी इलाकों में तिरुपति मंदिरों का निर्माण करेगी। इस योजना के तहत बनने वाला पहला मंदिर आंध्र प्रदेश के ही अमरावती में बनाया जाएगा। जो तिरुपति से लगभग 400 किमी दूर है। ये मंदिर भव्य बनाया जाएगा, जिसको मूल तिरुपति की तर्ज पर ही तैयार किया जाएगा। मंदिर के डिजाइन से लेकर ले-आउट तक पर काम हो चुका है। साथ ही मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन भी हो चुका है।

लोगों से जुटाई जा रही धन राशि

वहीं ट्रस्ट के पीआरओ टी रवि ने बताया कि, पहले चरण में इसके लिए फंड जुटाया जा रहा है। अभी मंदिर के प्रचार प्रसार पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि श्रीवाणी ट्रस्ट यानि श्री वेंकटेश्वरा आलेयला निर्माणम ट्रस्ट के माध्यम से आम लोगों से धन राशि जुटाई जा रही है। प्रति व्यक्ति के लिए दान राशि 10 हजार रुपये तय की गई है। श्रद्धालु तय राशि से अधिक दान राशि दान कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: ‘दीदी’ के गढ़ में हर-हर मोदी: CAA पर ममता को दिया करारा जवाब

दान करने वालों को VIP दर्शन कराने का प्रावधान

वहीं इस ट्रस्ट में राशि दान करने वाले व्यक्ति को तिरुपति बालाजी के VIP दर्शन कराने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि, मंदिर को आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में बनाने के पीछे का मकसद है उस इलाके को मुख्यधारा से जोड़ना। मंदिर बनने से वहां पर विकास और रोजगार के रास्ते खुलेंगे।

फंड इकट्ठा होने की गति पर निर्भर है मंदिर का निर्माण

इसके अलावा पीआरओ टी रवि ने बताया कि, मंदिर निर्माण के लिए जितनी गति से फंड इकट्ठा किया जाएगा, उसी आधार पर ये तय किया जाएगा कि किन राज्यों/इलाकों में कितने मंदिरों का निर्माण होगा। उन्होंने बताया कि, लोग लगातार श्रीवाणी ट्रस्ट से जुड़ रहे हैं, लेकिन ये प्रोजेक्ट जल्द ही शुरु हुआ है। जिसको गति मिलने में थोड़ा वक्त लग सकता है। इस पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट लगातार काम कर रहा है।

यह भी पढ़ें: लालू की पार्टी में ‘दरार’: बिहार चुनाव से पहले मचा घमासान, अब क्या होगा RJD में…

इन इलाकों में बनेगा मंदिर

अमरावती प्रोजेक्ट के साथ ही अगले चरण में उन राज्यों/इलाकों में मंदिर बनाने की योजना है, जहां पर पिछड़े, अति-पिछड़े या आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं। ट्रस्ट ऐसी जगहों पर वैदिक कर्म, धार्मिक परंपराओं और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ाने के मकसद से काम कर रहा है। इसके साथ ही श्रीवाणी ट्रस्ट मंदिरों के रख-रखाव आदि का काम भी करेगा।

3.2 करोड़ रुपए का फंड जुटा चुकी है ट्रस्ट

लोगों में भी श्रीवाणी ट्रस्ट को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। ट्रस्ट शुरुआती दिनों में ही करीब 3.2 करोड़ रुपए का फंड जुटाने में कामयाब रही है। इसमें प्रति व्यक्ति के लिए 10 हजार रुपए दान राशि तय की गई है। जो लोग राशि दान करेंगे उनको तिरुपति बालाजी के VIP दर्शन कराने का प्रावधान है।

150 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा मंदिर

अमरावती में मंदिर निर्माण के लिए पिछले साल ही भूमि पूजा हो चुकी है। करीब 25 एकड़ भूमि पर इस मंदिर का निर्माण होगा। इस मंदिर को तकरीबन 150 करोड़ रुपए की लागत से बनवाया जाएगा। मंदिर निर्माण के लिए तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट और आंध्र सरकार दोनों ही काम कर रहे हैं। ये मंदिर बिल्कुल तिरुपति जैसा ही बनवाया जाएगा। मंदिर में चालुक्य और चोल काल का वास्तु होगा, जो आगम शास्त्र पर आधारित है।

यह भी पढ़ें: ईरान में घमासान: 176 मौतों पर मचा बवाल, सड़कों पर उतरे लोग

Tags:    

Similar News