इंदिरा गांधी मिलने जाती थीं करीम लाला से, इस डॉन के बेटे ने बताई सच्चाई

एक और माफिया डॉन हाजी मस्तान के गोद लिए बेटे सुंदर शेखर उर्फ सुलेमान मिर्ज़ा का भी एक बड़ा बयान सामने आया है।

Update:2020-01-17 11:56 IST
इंदिरा गांधी मिलने जाती थीं करीम लाला से, इस डॉन के बेटे ने बताई सच्चाई

नई दिल्ली: अभी शिवसेना नेता संजय राउत का पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में दिए गए बयान को लेकर पैदा हुआ विवाद थमा नहीं है और इसी बीच एक और माफिया डॉन हाजी मस्तान के गोद लिए बेटे सुंदर शेखर उर्फ सुलेमान मिर्ज़ा का भी एक बड़ा बयान सामने आया है। सुंदर शेखर ने बयान दिया है कि मुरली देवड़ा और सुशील कुमार शिंदे जैसे कई कांग्रेसी नेता उनके 'बाबा' से मिलने आया करते थे।

राऊत ने जो बोला, सही बोला- सुंदर शेखर

साथ ही शेखर ने इस बात से हैरानी जताई है कि संजय राउत ने अपना बयान वापस क्यों ले लिया। शेखर ने कहा कि संजय राऊत ने जो बोला, अच्छा बोला और सही बोला। बता दें कि संजय राउत ने अपने बयान में कहा था कि इंदिरा गांधी मुंबई के डॉन करीम लाला से मिलने आया करती थीं। उधर, माफिया डॉन हाजी मस्तान के परिवार ने पहले ही इस बात को खारिज कर दिया है कि मस्तान ने सुंदर शेखर को गोद लिया है।

यह भी पढ़ें: अफसरों के चयन पर रेलवे ने लगाई रोक, सिविल सेवा में इस बार 300 सीटें होगी कम

बाबा पक्के कांग्रेसी थे- सुंदर शेखर

सुंदर शेखर ने कहा है कि, बाबा पक्के कांग्रेसी थे। शेखर ने कहा कि हाजी मस्तान और करीम लाला पक्के कांग्रेसी थे। मुम्बई में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इनसे मिलने मुंबई आती थी। शेखर ने दावा किया है कि इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्ड डॉन बड़े होटल में भी मुलाकात करते थे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा से मिलते थे

शेखर ने कहा कि, मुझे याद है कि वसंतदादा पाटिल, मुरली देवड़ा और सुशीलकुमार शिंदे जैसे वरिष्ठ नेता उनसे मिलते थे। उन्होंने कहा कि हाजी मस्तान से छोटे नेता सेंट्रल में मिलते थे, जबकि बड़े नेता साउथ बॉम्बे के फाइव स्टार होटल में उनसे मुलाकात करते थे। शेखर ने बताया कि कभी-कभी वह दिल्ली भी जाते थे।

यह भी पढ़ें: हत्या या आत्महत्या: 6 साल बाद भी इस कांग्रेसी नेता की पत्नी की मौत का नहीं खुला राज

1984 तक हाजी मस्तान कांग्रेस में थे- शेखर

शेखर का दावा है कि 1984 तक हाजी मस्तान कांग्रेस में थे, लेकिन 1984 में इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद बाबा ने कांग्रेस छोड़ दी और 1985 में जोगिंदर कावड़े के साथ दलित मुस्लिम सुरक्षा महासंघ की नींव रखी। शेखर का कहना है कि हाजी मस्तान और करीम लाला के पुलिस वालों से अच्छे संबंध हुआ करते थे। लेकिन संजय राउत का ये बयान कि मुंबई का पुलिस कमिश्नर, अंडरवर्ल्ड तय करता था यह गलत है।

विवाद को बढ़ता देख संजय राउत ने वापस लिया बयान

गौरतलब है कि संजय राउत के इंदिरा गांधी पर दिए गए बयान को कांग्रेसी नेता इसे इंदिरा गांधी का अपमान बता रहे हैं। इस पर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सवाल पूछा कि क्यां कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए अंडरवर्ल्ड के फंड का इस्तेमाल करती थी। संजय राउत ने बयान को बढ़ता देख अपना बयान वापस ले लिया।

यह भी पढ़ें: ये कार केवल विराट के पास: अंबानी और अडानी भी रह गए इनसे पीछे

Tags:    

Similar News