Haryana Election: शैलजा की नाराजगी दूर मगर हुड्डा के प्रति तीखा तेवर बरकरार, चुनाव के बाद CM पद को लेकर बड़ा बयान
Haryana Election 2024: सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने 12 सितंबर के बाद कांग्रेस के चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी थी। 13 दिनों तक दिल्ली में डेरा डाले रहने के बाद उन्होंने गुरुवार से हरियाणा में फिर चुनाव प्रचार शुरू किया है।
Haryana Election 2024: हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी शैलजा की नाराजगी भले ही दूर हो गई हो मगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रति उनका तीखा तेवर अभी भी बरकरार है। शैलजा की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस हाईकमान को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हाईकमान की कोशिशों के बाद शैलजा ने हरियाणा में चुनाव प्रचार जरूर शुरू कर दिया है मगर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हुड्डा के प्रति उनका तेवर नहीं बदला है।
हरियाणा में कांग्रेस की जीत की स्थिति में मुख्यमंत्री पद को लेकर उन्होंने फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद कांग्रेस आलाकमान की ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला किया जाएगा। यह फैसला सभी को स्वीकार करना होगा। दूसरी ओर हुड्डा के समर्थकों की ओर से उन्हें सीएम चेहरा बताया जा रहा है।
रैली में पहुंचीं मगर दिखाया तेवर
सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने 12 सितंबर के बाद कांग्रेस के चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी थी। 13 दिनों तक दिल्ली में डेरा डाले रहने के बाद उन्होंने गुरुवार से हरियाणा में फिर चुनाव प्रचार शुरू किया है। गुरुवार को उन्होंने कांग्रेस की ओर से करनाल के असंध में आयोजित चुनावी रैली में हिस्सा लिया था। इस रैली में मुख्य वक्ता राहुल गांधी थे। रैली के दौरान कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा राहुल के अगल-बगल बैठे थे मगर इस दौरान शैलजा और हुड्डा के बीच किसी भी तरह की बातचीत नहीं हुई। राहुल गांधी ने जरूर कुछ देर तक कुमारी शैलजा से बातचीत की।
शैलजा राज्य में टिकट बंटवारे के दौरान अनदेखी और कुछ नेताओं की ओर से अपने खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर नाराज थीं। उनकी नाराजगी की बात पता लगने के बाद राहुल गांधी ने इस मामले में दखल दिया था। राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद शैलजा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी और खड़गे ने शैलजा की ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाने का आश्वासन दिया है।
हाईकमान करेगा नए सीएम का फैसला
इस बीच कुमारी शैलजा ने मुख्यमंत्री पद को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला कांग्रेस हाईकमान की ओर से किया जाएगा और इस फैसले को सभी को मनाना होगा। शैलजा का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हुड्डा इस बार राज्य की अधिकांश सीटों पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब हुए हैं और उनके समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री बताने की कोशिश में जुटे हुए हैं। ऐसे में शैलजा ने यह बताने की कोशिश की है कि हुड्डा समर्थकों की ओर से दिए जा रहे बयान में कोई दम नहीं है।
भाजपा की ओर से दिया गया ऑफर हास्यास्पद
शैलजा ने खुद के नाराज होने की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि वे ना तो कांग्रेस से कभी दूर थीं और न भविष्य में कभी दूर हो सकती हैं। भाजपा की ओर से पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिए जाने पर कुमारी शैलजा ने कहा कि यह हास्यास्पद कदम है। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस बात को बखूबी जानते हैं कि मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं और नहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी इस बात को पूरी तरह स्पष्ट कर चुकी हूं।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि हरियाणा में भाजपा अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए उल्टे-सीधे मुद्दे उछाल रही है। कांग्रेस को दलित विरोधी बताए जाने के अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी भाजपा का नकाब पूरी तरह उतर चुका है। भाजपा के लोग दलितों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों से जुड़े हुए हैं। पार्टी ने कभी इस मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।