Haryana: नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी के छोटे भाई की मौत, जिंदा जलाने की हुई थी कोशिश
Haryana: गौरक्षा बजरंग फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार पांचाल उर्फ बिट्टू बजरंगी ने बीते माह आरोप लगाया था कि उसके छोटे भाई महेश पांचाल के ऊपर फरीदाबाद में पेट्रोल छिड़कर जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी।
Haryana: नूंह हिंसा के आरोपी और गौरक्षक बिट्टू बजरंगी के छोटे भाई महेश पांचाल की मौत हो गई है। पांचाल को अज्ञात लोगों द्वारा जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी, जिसमें वह बुरी तरह झुलस गया था। जिसके बाद उसका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था। सोमवार रात उसने वहीं दम तोड़ दिया। हरियाणा पुलिस उन अज्ञात आरोपियों के बारे में पता लगा रही है, जिन्होंने पांचाल को जिंदा जलाने की कोशिश की थी।
गौरक्षा बजरंग फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार पांचाल उर्फ बिट्टू बजरंगी ने बीते माह आरोप लगाया था कि उसके छोटे भाई महेश पांचाल के ऊपर फरीदाबाद में पेट्रोल छिड़कर जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी। हालांकि, कुछ दिनों बाद पुलिस ने इस मामले में कुछ और ही कहानी पेश की। बिट्टू बजरंगी के दावे को खारिज करते हुए फरीदाबाद पुलिस ने कहा कि महेश पांचाल खुद आग में गिरकर जल गया था। उसे जिंदा जलाकर मारने की कोशिश करने के कोई सबूत नहीं हैं।
कब की है घटना ?
महेश पांचाल फरीदाबाद के पर्वतीय कॉलोनी, संजय एनक्लेव का रहने वाला था। यहां वह अपनी पत्नी नेहा के साथ रहता था। 13 दिसंबर की रात डेढ़ बजे के करीब 32 वर्षीय पांचाल बाबा मंडी के पास बैठा हुआ था। इस दौरान एक कार उसके पास आकर रूकी, जिसमें चार-पांच युवक सवार थे। उन्होंने पांचाल से पूछा कि क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो ? आरोप है कि महेश पांचाल के हां कहने पर अज्ञात युवकों ने पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी।
घटना में महेश बुरी तरह झुलस गया और जैसे-तैसे भागते हुए अपने घर पहुंचा। उसने अपनी पत्नी को बताया कि उसे जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई है। जिसके बाद फौरन उसे एक ऑटो में डालकर बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया। हमले में महेश 60 प्रतिशत जल चुका था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। स्थिति ज्यादा गंभीर होने के बाद उसे दिल्ली एम्स में एडमिट कराया गया, जहां बीती रात उसने दम तोड़ दिया।
जमानत पर बाहर है बिट्टू बजरंगी
हिंदुवादी नेता बिट्टू बजरंगी अपने विवादित और भड़काऊ बयानों के लिए कुख्यात है। सोशल मीडिया पर समुदाय विशेष के खिलाफ जहर उगलते हुए उसके कई वीडियो और पोस्ट हैं, जिनमें वह खुद को ‘जिहादियों का जीजा’ कहता है। नूंह हिंसा के मामले में हरियाणा पुलिस उसे 15 अगस्त को उसके घर से घसीटते हुए ले गई थी। हालांकि, 15 दिन में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई और 30 अगस्त की शाम वह रिहा हो गया।