नई दिल्लीः गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को साफ कह दिया कि दुनिया की कोई ताकत कश्मीर को भारत से छीन नहीं सकती। राज्यसभा में कश्मीर के मुद्दे पर चार घंटे तक चर्चा का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने ये भी साफ कहा कि घाटी में पाकिस्तान ने गड़बड़ी फैला रखी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे विरोध और पथराव का रास्ता छोड़कर राज्य की तरक्की के लिए काम करें। उन्होंने ये भी बताया कि कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को दोपहर 12 बजे सर्वदलीय बैठक होगी। जिसमें पीएम मोदी भी रहेंगे।
इसके साथ ही राज्यसभा ने एकमत से कश्मीर पर एक प्रस्ताव भी पास किया। इसमें कहा गया, ''यह सभा कश्मीर घाटी में लंबे समय से चली आ रही अशांत, हिंसा और कर्फ्यू की स्थिति के प्रति अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करती है। यह सभा बिगड़ती हुई स्थिति की वजह से हुई मौतों तथा घायल लोगों के प्रति गहरी संवेदना और चिंता व्यक्त करती है। इस सभा का दृढ़ और सुविचारित मत है कि जहां एक ओर राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता, वहीं दूसरी ओर यह भी अनिवार्य है कि सामान्य स्थिति और शांति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएं जाएं। ताकि लोगों की वेदनाएं दूर की जा सकें। यह सभा जम्मू और कश्मीर में समाज के सभी वर्गों से पुरजोर अपील करती है कि वे तत्काल सामान्य स्थिति की बहाली और सौहार्द कायम करने के लिए काम करें। यह सभा सर्वसम्मति से लोगों विशेषकर युवाओं में विश्वास पैदा करने का संकल्प लेती है।''
कश्मीर पर पाकिस्तान से बात नहीं: राजनाथ
चर्चा के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, '' कश्मीर में इन दिनोें जो भी रहा है वो पाकिस्तान स्पॉन्सर है। पाकिस्तान से कश्मीर पर कोई बात नहीं होगी। अगर बात होगी तो पीओके पर होगी। दुनिया की कोई भी ताकत हमसे कश्मीर नहीं छीन सकता। आप हिंदू, इस्लाम, ईसाई या किसी भी धर्म की जय गर्व के साथ बोल सकते हैं, लेकिन पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भारत की धरती पर नहीं चलेंगे।''
राज्य सरकार को दी बधाई
राजनाथ से राज्य सरकार को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे मुश्किल हालात में भी जनता की सुविधाओं को ख्याल रख रही है। कर्फ्यू के बावजूद 14 जुलाई से लेकर आजतक आवश्यक वस्तुओं के 5, 600 ट्रक वहां पहुंच चुके हैं। कश्मीर में रहने वाले सामान्य जीवन बिता रहे हैं, ऐसा भी नहीं है। सरकार यही कोशिश कर रही है कि उनकी जिंदगी सामान्य तरीके से गुजरे। आम जनता को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
पहले भी हुआ है पैलेट गन का इस्तेमाल: राजनाथ
पैलेट गन की वजह से जिन्हें चोट पहुंची, उनका इलाज अच्छे से किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल पहले भी हुआ है, लेकिन मेरे कहने का मतलब यह नहीं है कि मैं इसके इस्तेमाल को जस्टिफाई कर रहा हूं। नॉन लीथल वीपेंस के दूसरे ऑप्शन क्या हो सकते हैं इस पर भी विचार होना चाहिए। वहां से लौटकर आने के बाद इसके लिए एक कमेटी भी बनाई है। सिक्योरिटी के जवान और सिविलियंस के घायल होने के आंकड़ों में काफी फर्क हैं। घाटी में फैले तनाव में जहां सिक्योरिटी के जवान 4515 जख्मी हुए तो वहीं सिविलियंस 3356 घायल हुए। जवानों से कहा गया है कि जितना संयम बरत सकते हैं बरतें और पैलेट गन का इस्तेमाल तुरंत न करें।
कश्मीर के लिए धड़के हर हिंदुस्तानी का दिल
बिहार और बंगाल, गुजरात, राजस्थान और उड़ीसा जितना ही दिल जम्मू-कशमीर और लद्दाख के लिए भी धड़कना चाहिए। सदन में एक और मुद्दा उठा कि पीएम में लोकसभा या राज्यसभा में क्यों नहीं बोलते तो इस पर मैं कहना चाहूंगा कि मैं जो बोलता हूं उसमें पीएम के मन की भी बात शामिल होती है। उन्होंनें मुझे गृह मंत्री बनाया है और इस पद से साथ कुछ अधिकार भी मिले हैं।उन्हीं अधिकारों के तहत मैं पीएम की बात उनसे सलाह करने के बाद सदन में रखता हूं। लश्कर-ए- तैयबा के आतंकवादी जवानों के परिवारों को धमकाते हैं।
12 अगस्त को होगी सर्वदलीय बैठक: राजनाथ
लंबे समय में बात चल रही है कि कश्मीर के मुद्दे पर खुलकर बात होनी चाहिए तो मैं कहना चाहता हूं कि 12 अगस्त को संसद का सत्र खत्म होने के दिन कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक होगी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
कश्मीर की जनता से गृह मंत्री की अपील
मैं कश्मीर के लोगों और जनता से अपील करना चाहता हूं कि वहां आईएसआईएस के झंडे फहराए जाते हैं। आईएसआईएस ने इस्लाम को मानने वालों काकत्ल किया है। इस्लाम कभी भी इजाजत नहीं देता कि किसी की गर्दन काट दो।जिंदगी ले लो और दिल को चोट पहुंचाओ। ऐसे लोग झंडा फहराकर इस्लाम को बदनाम करते हैं।