जानिए आखिर कैसे चाय बेचने वाले का लड़का बना क्राइम किंग !

Update:2017-12-02 17:40 IST

हरिद्वार: कनखल के होली चौक पर चाय का खोखा चलाने वाले का लड़का आशीष शर्मा कुख्यात अपराधी सुनील राठी से संबंध रखने में गिरफ्तार हुआ है। यह बाईचांस नहीं है। इसके पीछे पैसे की हवस और अपराध के गठजोड़ की लंबी कहानी है।

साधारण परिवार का आशीष बचपन से ही आसमान छूने की हसरतें पाले था। पिता ने कह सुनकर साधुओं के अखाड़े में नौकरी लगवा दी कि लड़के की आवारागर्दी पर रोक लगे। लेकिन नौकरी मिलते ही आशीष की निगाह अखाड़ों की करोड़ों की संपत्ति पर गई। उसे मानो मुंहमांगी मुराद मिल गई।

आशीष ने महंतों से संबंध बनाने शुरू कर दिये। महंतों का विश्वास जीतकर उसने अखाड़ों की संपत्ति पर फ्लैट बनाकर बेचने शुरू कर दिये। प्रापर्टी कारोबार की तेजी ने कुछ ही समय में आशीष शर्मा को हरिद्वार के प्रापर्टी कारोबार का चमकता सितारा बना दिया।

पैसा और नाम हासिल होने पर आशीष ने खाकी और खादी से गठजोड़ बढ़ाया उनकी शह पाकर उसके हौसले बुलंदी पर पहुंच गए। जल्द ही इस तिकडी में पत्रकार भी शामिल हो गए।

कहते हैं पाप की कमाई से तैयार शानो शौकत ताश के पत्तों के महल की तरह होती है। जल्द ही आशीष शर्मा के बुरे दिन आ गए। और उलटी गिनती शुरू हो गई।

आशीष का नाम पहली बार महंत सुधीर गिरी की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया। उस पर भाड़े के हत्यारों से महंत की हत्या कराने का आरोप लगा। अंततः उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

जेल में आशीष की मुलाकात कुख्यात अपराधी सुनील राठी, संजीव दाता व चीनू पंडित से हुई। आशीष ने तीनो से दोस्ती कर ली और सुनील राठी का फाइनेंसर बन गया। यह सब कुछ सामने नहीं आया होता अगर कनखल के प्रापर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल को सुनील राठी के नाम से धमकियां मिलने की शिकायत पुलिस को नहीं मिलतीं। पुलिस ने जब जांच शुरू कीं तो कड़ियां जुड़नी शुरू हो गईं। और फिर आशीष शर्मा का नाम सामने आयाऔर वो गिरफ्तार कर लिया गया ।

पुलिस के राडार पर अब कई सफेदपोश नेता व संत भी हैं जिसमें एक नाम कांग्रेस के नेता का भी आ रहा है। इसके अलावा कई संतों की गतिविधियों पर भी पुलिस की नजर है।

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